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80 वर्षीय कमलाथल, रोज़ के दिहाड़ी मजदूरों को सिर्फ एक रुपये प्रति पीस के हिसाब से इडली बेचती है। जबकि यह उनके परिवार के लिए पैसे बचाने में मदद करता है, कमलाथल 30-35 साल से इस भोजनालय को चला रही है, इंडिया टुडे की रिपोर्ट।
हाल ही में महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने भी एक वीडियो ट्वीट कर कमलाथल को उनकी बेहद छोटी सी झोपड़ी में इडली बनाते हुए दिखाया गया था। इस वीडियो में उनके पारम्परिक और पुराने पत्थर को दिखाया गया जिस पर वह इडली बनाती है और हमें दिखाया गया कि कैसे कमलाथल इडली का बैटर और मसाला बनाती है, कैसे वह इडली और सांबर बनाने के लिए लकड़ी की अंगीठी का उपयोग करती है।
यह ट्वीट वायरल हो गया है और नेटिजन्स सोशल मीडिया पर उनकी कहानी की प्रशंसा करते -करते थक नहीं रहे है । उनके इस कार्य को देखते हुए केंद्रीय पेट्रोलियम और नेचुरल गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान आगे आये और उन्होंने कमलाथल को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन जारी करने का ऐलान किया।
यह ट्वीट वायरल हो गया और नेटिजन्स ने उनकी इस पहल के लिए उन्हें खूब सराहा । उनकी इस नेक पहल के कारण केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कमलाथल को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन जारी करने का ऐलान किया।
यह बुजुर्ग महिला हर दिन सूर्योदय से पहले उठती है। उनके जीवन का एकमात्र लक्ष्य जरूरतमंदों को खाना खिलाना है। उन्होंने कहा कि पिछली बार उन्होंने इडली की कीमत 15 साल पहले बढ़ाई थी। शुरुआत में, वह 50 पैसे में इडली बेचती थी, लेकिन उन्हें सामग्री की बढ़ती कीमत को देखते हुए कीमत बढ़ानी पड़ी। उन्होंने इंडिया टुडे को बताया, "मुनाफा मेरी प्राथमिकता नहीं है लेकिन लोगों को खाना खिलाना मुझे काम करने के लिए प्रेरित करता है।" "मैं इडली के बैटर के लिए आठ किलो चावल का उपयोग करती हूं," उन्होंने द हिन्दू को बताया।