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ऐसे ही 85 साल की सरोजा सुंदराजन जो कि मैथ्स की टीचर हैं, फन मैथ्स वर्कशीट बेच कर कोरोना वायरस की वजह से होने वाले इम्पैक्ट के लिए फंड्स जमा कर रही हैं।
85 वर्षीय सरोज ने टीनेजर सिद्धान्त सिन्हा के साथ एक वेबसाइट खोली है जिसका नाम है मैथ फंड्स इंडिया। वो अपनी एक्टिविटी शीट्स 6 से लेकर 8 कक्षा तक के बच्चों के लिए रखती हैं। ये ना सिर्फ पैसे जमा करने और बच्चों के लिए पढ़ने का साधन है बल्कि उनके लिए भी एक अकेलेपन से ध्यान हटाने के लिए एक एक्टिविटी है।
मैथ्स है सरोजा का पैशन
सरोजा एक मैथ्स टीचर रहीं अपनी ज़िंदगी के ज़्यादातर साल। वो एक कंसलटेंट रहीं 'हे मैथ्स !' में 4 साल के लिए और एक अकेडमिक डायरेक्टर के रूप में काम किया फ्यूचर स्कूल में। यही नही उन्होंने कई सारी किताबे भी लिखी ताकि स्टूडेंट्स की हेल्प हो सके और वो नए तरीके से मैथ्स को समझ सकें।
मैथ्स फंड्स इंडिया का आईडिया
"जब मैंने पूरी दुनिया को कोरोना से लड़ते हुए देखा तो मुझे लगा मुझे मदद करनी चाहिए। हज़ारो रिक्वेस्ट आती डोनेशन करने की मांग करते हुए। मुझे लगा मुझे कुछ अलग करना चाहिए। जब लोग मेरी वर्कशीट खरीदें तो उन्हें भी सोसाइटी की मदद करने के बदले कुछ प्राप्त होना चाहिए।" सरोजा कहती हैं।
जब ये आईडिया उन्होंने अपनी दोस्त यमुना को बताया तो यमुना ने उन्हें अपनी दोस्त बसुंधरा के ज़रिए 16 साल के सिद्धान्त सिन्हा से मिलवाया जिसने पूरी वेबसाइट डिज़ाइन की।
सिद्धान्त कहते हैं कि उन्होंने सरोजा जी से बहुत कुछ सीखा और वो खुश हैं कि उन्होंने कोविड 19 क्राइसिस में अपना कुछ योगदान दिया।
कलेक्शन का लक्ष्य पूरा हो जाने पर बाकी के पैसों को किसी अच्छे कार्य मे लगाया जाएगा।