/hindi/media/media_files/2025/03/17/6q2Mn6JHlug4kP5tRyZO.png)
Shriya Lohia Photograph: (LinkedIn )
मोटरस्पोर्ट्स को अक्सर एक कठिन और पुरुष-प्रधान खेल माना जाता है, लेकिन हिमाचल प्रदेश की 9 साल की श्रिया लोहिया ने इस धारणा को तोड़ते हुए अपनी अलग पहचान बना ली है। उनकी यात्रा सिर्फ एक शौक से शुरू हुई थी, लेकिन आज वे भारत की उभरती हुई रेसिंग स्टार बन चुकी हैं।
9 साल की श्रिया लोहिया बनी भारत की सबसे कम उम्र की रेसिंग सनसनी
कैसे हुई शुरुआत?
श्रिया लोहिया की मोटरस्पोर्ट्स में रुचि तब बढ़ी जब उन्होंने एक पारिवारिक यात्रा के दौरान पहली बार गो-कार्टिंग की। यह अनुभव उनके लिए एक नया रोमांच था, जिससे उन्हें तेज़ गति में गाड़ी चलाने का जुनून पैदा हुआ। धीरे-धीरे उन्होंने इसे गंभीरता से लेना शुरू किया और अपने कौशल को निखारने के लिए कड़ी मेहनत की।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता
श्रिया सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना रही हैं। उनके प्रदर्शन ने उन्हें विभिन्न मोटरस्पोर्ट्स प्रतियोगिताओं में भाग लेने का अवसर दिलाया, जहां उन्होंने अपनी प्रतिभा साबित की। इतनी कम उम्र में उनके आत्मविश्वास और समर्पण ने सभी को प्रभावित किया है।
मोटरस्पोर्ट्स में लड़कियों की बढ़ती भागीदारी
श्रिया जैसी युवा लड़कियों की भागीदारी यह साबित करती है कि मोटरस्पोर्ट्स सिर्फ पुरुषों तक सीमित नहीं है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां जुनून और मेहनत से कोई भी आगे बढ़ सकता है। उनके इस सफर से कई अन्य युवा लड़कियों को भी प्रेरणा मिलेगी कि वे अपने सपनों को साकार करने से न डरें।
श्रिया का संदेश
श्रिया का मानना है कि अगर किसी को कुछ करने की सच्ची इच्छा हो, तो उम्र या लिंग मायने नहीं रखता। उनकी सफलता यह दर्शाती है कि भारत में मोटरस्पोर्ट्स का भविष्य उज्ज्वल है और यह खेल अब धीरे-धीरे नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहा है।
श्रिया लोहिया न सिर्फ हिमाचल बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात हैं। उनके साहस, मेहनत और लगन से यह स्पष्ट है कि वे भविष्य में और भी बड़ी उपलब्धियां हासिल करेंगी।