भारत-बांग्लादेश सीमा पर एक ऐतिहासिक पल का साक्षी बना। पहली बार, भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) की एक पूरी महिला दल ने पश्चिम बंगाल में बांग्लादेश के बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) की महिला जवानों के साथ स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं और मिठाइयाँ साझा की। यह आयोजन पश्चिम बंगाल के गेडे सीमा चौकी पर हुआ।
भारत-बांग्लादेश सीमा पर ऐतिहासिक पहल: महिला सैनिकों ने स्वीट्स का आदान-प्रदान किया
महिला सैनिकों की अहम भूमिका
इस विशेष अवसर के लिए, BSF की 32वीं बटालियन की छह महिला जवानों ने शानदार वर्दी पहनी थी। ये जवान नादिया जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा करती हैं। इस आयोजन का सामना बांग्लादेश के दार्शना सीमा चौकी पर तैनात BGB की छठी बटालियन की महिला जवानों ने किया।
एक नई परंपरा की शुरुआत
BSF के 32वीं बटालियन के कमांडेंट सुजीत कुमार ने बताया, "मिठाइयों का आदान-प्रदान और शुभकामनाएं दोनों सीमा सुरक्षा बलों के बीच आपसी सम्मान और सौहार्द का प्रतीक हैं। यह एक परंपरा है जिसे महिला जवानों ने पहली बार निभाया है।" दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के देश की समृद्धि की कामना की और मजबूत द्विपक्षीय संबंधों के प्रति प्रतिबद्धता जताई।
एक ऐतिहासिक क्षण
यह पहली बार है जब भारत के पूरे 4096 किलोमीटर लंबे अंतरराष्ट्रीय सीमा पर, जो पांच राज्यों से होकर गुजरती है, एक पूरी महिला दल ने इस तरह का आदान-प्रदान किया है। यह भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में मदद करेगा।
इस तरह के आयोजन न केवल दोनों देशों के बीच सौहार्द बढ़ाते हैं बल्कि महिला सैनिकों की क्षमता और योगदान को भी उजागर करते हैं।