Advertisment

कुवैत में भारतीय घरेलू सहायिका की संदिग्ध मौत, प्रताड़ना का आरोप

वायनाड की अजिता, जो कुवैत में घरेलू सहायिका के रूप में काम कर रही थीं, कथित तौर पर नियोक्ता द्वारा प्रताड़ित की गईं और उनकी मृत्यु हो गई। उनका परिवार न्याय की मांग कर रहा है।

author-image
Vaishali Garg
New Update
Alleged Torture of Indian domestic worker in Kuwait leads to suspicious death

Image Credit: Onmanorama News

Alleged Torture of Indian domestic worker in Kuwait leads to suspicious death: अजिता, वायनाड की रहने वाली 50 वर्षीय महिला, छह महीने पहले अपने परिवार के लिए एक बेहतर भविष्य बनाने की उम्मीद से कुवैत चली गई थी। लेकिन उसे क्या पता था कि यह यात्रा एक विनाशकारी त्रासदी में बदल जाएगी। 

Advertisment

कुवैत में भारतीय घरेलू सहायिका की संदिग्ध मौत, प्रताड़ना का आरोप

17 मई को, अजिता की बेटी मिधुशा को एक ऐसे एजेंसी से हृदय विदारक फोन आया जो भारत में शवों को वापस लाने का काम करती है। एजेंसी ने उसे सूचित किया कि अजिता का शव कुवैत में उसके नियोक्ता के घर की छत से लटका हुआ पाया गया है। यह खबर परिवार को गहरे सदमे और असमंजस में डाल गई।

दुखद खबर मिलने के कुछ दिनों बाद, अजिता के पति विजयन, जो कक्कवयाल में एक ऑटोरिक्शा चालक के रूप में काम करते हैं, को वायनाड में अजिता के एक दोस्त से वॉयस मैसेज मिले। इन संदेशों में अजिता द्वारा अपने नियोक्ता के हाथों कथित रूप से सहे जाने वाली यातना के भयावह विवरण थे। ये खुलासे चौंकाने वाले और दिल दहला देने वाले दोनों थे।

Advertisment

न्याय की गुहार लगाता परिवार

विजयन तब से अपनी दिवंगत पत्नी के लिए जवाब और न्याय मांग रहे हैं। वह सच जानने और अजिता का सामान वापस लाने की कोशिश में इधर-उधर भाग रहे हैं, जो अभी भी कुवैत में परिवार के पास ही है। स्पष्ट जवाब पाने और अजिता का सामान वापस लाने का संघर्ष विजयन और उनके परिवार के लिए एक चुनौतीपूर्ण और भावनात्मक रूप से थका देने वाली प्रक्रिया रही है।

दुर्व्यवहार के आरोप

Advertisment

अजिता की सहेली द्वारा भेजे गए वॉयस मैसेज कुवैत में उसके जीवन की एक भयावह तस्वीर पेश करते हैं। बताया जाता है कि अजिता ने अपने दोस्त को अपने नियोक्ता द्वारा किए गए क्रूर बर्ताव और दुर्व्यवहार के बारे में बताया था। इन आरोपों ने परिवार की न्याय की मांग को और तेज कर दिया है, क्योंकि उनका मानना है कि अजिता की मौत आत्महत्या का साधारण मामला नहीं था बल्कि उसे सहे जाने वाली यातना का नतीजा था।

समर्थन और न्याय की मांग

विजयन और उनका परिवार अब अधिकारियों और मानवाधिकार संगठनों से अजिता की मौत के आसपास की परिस्थितियों की जांच करने के लिए समर्थन मांग रहे हैं। वे यह सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ हैं कि उसके दुख के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाए। परिवार की दुर्दशा विदेशों में प्रवासी श्रमिकों, खासकर घरेलू कामगारों द्वारा सामना की जाने वाली असुरक्षाओं और मजबूत सुरक्षा और समर्थन प्रणालियों की आवश्यकता के व्यापक मुद्दे को रेखांकित करती है।

Advertisment

अजिता की दुखद कहानी उन जोखिमों का एक स्टार्क रिमाइंडर है जो कई प्रवासी श्रमिकों को तब भुगतना पड़ता है जब वे बेहतर अवसरों की तलाश में अपने देश छोड़ देते हैं। यह इन श्रमिकों के अधिकारों और कल्याण की रक्षा करने और अन्याय होने पर उन्हें न्याय दिलाने सुनिश्चित करने के महत्व को रेखांकित करता है। जैसा कि उनका परिवार इस कठिन रास्ते पर चल रहा है, उनका लचीलापन और दृढ़ संकल्प चमकता है, जो हमें सभी को अन्याय के खिलाफ खड़े होने और उन लोगों के अधिकारों की वकालत करने के महत्व की याद दिलाता है जो अपने लिए नहीं बोल सकते।

Kuwait domestic worker घरेलू सहायिका की संदिग्ध मौत Torture
Advertisment