Amarnath Yatra: अमरनाथ यात्रा के लिए उत्सुक लोगों के लिए एक बड़ी खबर सामने आ रही है। अमरनाथ यात्रा या बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए आज से रजिस्ट्रेशन शुरु होने जा रहे हैं। जो लोग यात्रा और दर्शन के शौकीन हैं, जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
हर वर्ष बड़ी उत्सुकता से भक्तगण बाबा अमरनाथ के दर्शनों के लिए निकलते हैं। अमरनाथ मूल रूप से जम्मू-कश्मीर में स्थित हिमालय की पवित्र पहाड़ियों में स्थित है। हिंदू धर्म में अमरनाथ यात्रा को बहुत पवित्र माना जाता है। यही कारण है कि हर वर्ष बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए करोड़ों लोग यहां आते हैं। अमरनाथ यात्रा 62 दिनों तक चलती है जिसके लिए समय-समय पर जत्थे रवाना किए जाते हैं।
कैसे कराएं अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन
अमरनाथ यात्रा के रजिस्ट्रेशन के लिए https://jksasb.nic.in की वेबसाइट पर जाया जा सकता है। इसका रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से आज से शुरु हो रहा है। ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए यात्रियों को https://jksasb.nic.in वेबसाइट पर जाकर दी गई बैंको की सूची पर ही संपर्क करना है। इसके साथ ही एक टॉल फ्री नंबर भी जारी किया गया है। टोल-फ्री नंबर- 18001807198/18001807199 पर यात्री संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
क्या है अमरनाथ यात्रा की रजिस्ट्रेशन फीस
जानकारी के अनुसार अमरनाथ यात्रा की रजिस्ट्रेशन फीस है :-
- 120 रुपए प्रति व्यक्ति : बैंक शाखाओं के जरिए किेए जा रहे अग्रिम पंजीयन
- 220 रुपए प्रति व्यक्ति : ऑनलाइन पंजीकरण के माध्यम से
- 220 रुपए प्रति व्यक्ति : ग्रूप रजिस्ट्रेशन के लिए
- 1,520 रुपए प्रति व्यक्ति : एनआरआई तीर्थयात्रियों के लिए
इसके साथ ही 13 से 70 साल का कोई भी यात्री अमरनाथ यात्रा के लिए योग्य है। वहीं 6 हफ्ते या उससे ज्यादा की गर्भवती महिलाओं को अमरनाथ यात्रा की मंजूर नहीं है। यात्रियों को रजिस्ट्रेशन के दौरान मेडीकल और अन्य दस्तावेज जरूरी रखने हैं। बिना इनके यात्रा की अनुमति अवैध है। अमरनाथ यात्रियों को अपने साथ पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ और आईडी प्रूप भी रखना होगा। खबर के अनुसार अमरनाथ यात्रियों को अपनी यात्रा की तारीख और मार्ग की भी जानकारी देनी होगी।
बदल गए हैं अमरनाथ यात्रा से जुड़े मार्ग
अमरनाथ यात्रा के दो मार्ग हो गए हैं। पहलगाम से शुरु होकर जाने वाला रास्ता 46-48 कि.मी. लंबा है जिसमें अमरनाथ यात्रा के लिए 5 दिन का समय लगता है। वहीं बालटाल से शुरु होने वाला रास्ता 14-16 कि.मी. का है। लेकिन इस रास्ते में खड़ी चढ़ाई होने के चलते यात्रियों के लिए ये मार्ग सुलभ नहीं हो पाता।
अमरनाथ की इस गुफा में बर्फ का शिवलिंग हर एक के लिए कौतुहल का विषय होता है। इसके दर्शन के लिए हिंदू धर्म में बहुत मान्यता है।