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अंतरा मेहता आसमान में ऊंची उड़ान भरने के लिए तैयार हैं, लेकिन इस बार, एक फाइटर पायलट के रूप में। मेहता महाराष्ट्र की पहली महिला फाइटर पायलट हैं, और वह पूरे भारत में 10 वीं महिला पायलट हैं। टाइम्स ऑफ़ इंडिया के अनुसार नागपुर की ये लड़की एक इंजीनियर है और राष्ट्रीय स्तर की बास्केटबॉल खिलाड़ी भी है। उनकी एडवांस्ड ट्रेनिंग बीदर और कलाइकोंडा में वायु सेना स्टेशन पर जारी रहेगी।
पासिंग आउट परेड
हैदराबाद के डंडीगल में एक पासिंग आउट परेड आयोजित की गई थी, जहां कैडेट्स को सक्सेसफुल्ली फ्लाइंग और नेविगेशन ट्रेनिंग पूरा करने के लिए विंग्स ’और ब्रेवेट्स’ दिए किए गए थे। हैदराबाद में अकादमी में अंतरा को पिलाटस पीसी7 उड़ाने की ट्रेनिंग दी गयी थी। इसके अलावा, फाइटर ट्रेनिंग विंग में स्टेज दो के लिए, उसने किरण एमके 1 विमान उड़ाया।
आपको उसके बारे में क्या पता होना चाहिए :
और पढ़िए: फ्लाइट लेफ्टनंट भावना कंठ : कॉम्बैट मिशन के लिए क्वालिफाई करने वाली पहली महिला
अंतरा मेहता महाराष्ट्र की पहली महिला फाइटर पायलट और भारत की दसवीं महिला फाइटर पायलट हैं।
पासिंग आउट परेड
हैदराबाद के डंडीगल में एक पासिंग आउट परेड आयोजित की गई थी, जहां कैडेट्स को सक्सेसफुल्ली फ्लाइंग और नेविगेशन ट्रेनिंग पूरा करने के लिए विंग्स ’और ब्रेवेट्स’ दिए किए गए थे। हैदराबाद में अकादमी में अंतरा को पिलाटस पीसी7 उड़ाने की ट्रेनिंग दी गयी थी। इसके अलावा, फाइटर ट्रेनिंग विंग में स्टेज दो के लिए, उसने किरण एमके 1 विमान उड़ाया।
आपको उसके बारे में क्या पता होना चाहिए :
- अंतरा मेहता महाराष्ट्र की पहली महिला फाइटर पायलट और भारत की दसवीं महिला फाइटर पायलट हैं।
- आन्तरा महाराष्ट्र के नागपुर से बिलोंग करती हैं।
- वह एक इंजीनियर है और राष्ट्रीय स्तर की बास्केटबॉल खिलाड़ी भी है।
हैदराबाद के डंडीगल में एक पासिंग आउट परेड आयोजित की गई थी, जहां कैडेट्स को सक्सेसफुल्ली फ्लाइंग और नेविगेशन ट्रेनिंग पूरा करने के लिए विंग्स ’और ब्रेवेट्स’ दिए किए गए थे।
- वर्तमान में, वह पिलाटस पीसी 7 और किरण एमके 1 जैसे विमान उड़ा सकती है।
- उसे हैदराबाद स्थित वायु सेना अकादमी में ट्रेनिंग दी गयी है।
- उन्होंने माउंट कार्मेल हाई स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और श्री रामदेवबाबा कमला नेहरू इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग की।
- टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, वह हमेशा भारतीय वायुसेना में शामिल होने की ख्वाहिश रखती थी।
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