यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में उनके साथ हुई थक्का-मुक्की को साफ देखा जा सकता है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल 1 सितंबर को अर्चना बालाजी दर्शन करने के लिए प्रसिद्ध तिरूपति मंदिर पहुंची थी। अभिनेत्री ने आरोप लगाया है कि मंदिर प्रशासन द्वारा उन्हें दर्शन कराने में सहयोग नही किया गया। उनका आरोप है कि उनके पास रसीद होने के बावजूद भी उन्हें टिकट नही दिया गया। साथ ही वीआईपी दर्शन कराने के लिए उनसे मंदिर प्रबंधन द्वारा 10 हजार 500 रुपये की मांग की गई। इस संदर्भ में उन्होंने आंधप्रदेश सरकार से मंदिर प्रशासन पर कार्यवाही की मांग की है।
इस मामले से जुड़ी वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर कर अर्चना गौतम ने लिखा, "भारत के हिंदू धर्म स्थल लूट का अड्डा बन चुके हैं धर्म के नाम पर तिरुपति बालाजी मैं महिलाओं के साथ अभद्रता करते, यह टीटीडी के कर्मचारी पर कार्यवाही होनी चाहिए। मैं आंध्र गवर्नमेंट से निवेदन करती हूं। ओर यह VIP दर्शन के नाम पर 10500 एक आदमी से लेते है । इसे लूटना बंद करो।"
अभिनेत्री के इन आरोपों को मंदिर प्रबंधन ने खारिज करते हुए बयान जारी किया है। उनका कहना है कि अभिनेत्री ने मंदिर के कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया और उनके खिलाफ थाने में झूठी शिकायत नही दर्ज कराई गई है। मंदिर प्रबंधन का कहना है कि अर्चना गौतम, शिवकांत तिवारी व अन्य सात लोगों के साथ 31 अगस्त को दर्शन के लिए आई थी। उनके पास केंद्रीय सहायक मंत्री का सिफारिश पत्र भी था।
शिवकांत तिवारी के मोबाइल नंबर पर 300 रुपये का दर्शन टिकट स्वीकृत करने का संदेश भेजा गया था, जिसे उन्होंने स्वीकार नहीं किया। इसके उपरांत, मंदिर प्रबंधन के अनुसार, टिकट खरीदने का समय खत्म हो गया था। इसकी सूचना मिलने पर अर्चना गौतम काफी नाराज़ हुई।
मंदिर प्रबंधन का क्या कहना है?
मंदिर प्रबंधन के मुताबिक दूसरी बार 300 रूपये के टिकट जारी किये गये लेकिन अभिनेत्री ने उन्हें लेने से इंकार कर दिया। कर्मचारियों द्वारा उन्हें वीआईपी टिकट खरीदने की सलाह दी गई, जिसको उन्होंने रिश्वत की मांग के तौर पर समझ लिया और कर्मचारियों से बदसलूकी की।