Advertisment

ओडिशा पुलिस पर सेना अधिकारी की मंगेतर का यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप

ओडिशा पुलिस स्टेशन में सेना अधिकारी की मंगेतर पर यौन उत्पीड़न के आरोपों ने देशभर में आक्रोश पैदा किया है। नवीन पटनायक ने न्यायिक जांच और SIT जांच की मांग की है।

author-image
Vaishali Garg
New Update
Rape Victim

ओडिशा के एक पुलिस स्टेशन में सेना के एक कप्तान और उनकी मंगेतर के साथ हुई क्रूरता ने देश को हिला कर रख दिया है। यह घटना तब हुई जब वे भुवनेश्वर के भारतपुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे थे। इस मामले में पूर्व ओडिशा मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल (BJD) के अध्यक्ष नवीन पटनायक ने न्यायिक जांच की मांग की है और इस पूरे मामले की SIT जांच की मांग भी की है।

Advertisment

ओडिशा पुलिस पर सेना अधिकारी की मंगेतर का यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप

सेना अधिकारी की मंगेतर पर पुलिस हिरासत में यौन उत्पीड़न का आरोप

सेना के एक मेजर और उनकी मंगेतर के साथ भुवनेश्वर पुलिस स्टेशन में हुई हिंसा और यौन उत्पीड़न के मामले पर नवीन पटनायक ने अपनी गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा, "यह घटना अत्यंत चौंकाने वाली है। हमने कभी सोचा भी नहीं था कि पुलिस स्टेशन में इस प्रकार की हिंसा और यौन उत्पीड़न हो सकता है। हम इस मामले की त्वरित न्यायिक जांच की मांग करते हैं।"

Advertisment

नवीन पटनायक ने ओडिशा की सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनके शासन में 'मो सरकार' जैसे कार्यक्रमों के तहत नागरिकों के साथ पुलिस स्टेशनों में इज्जत से व्यवहार किया जाता था। लेकिन मौजूदा सरकार की नीतियों के कारण ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं।

घटना का विवरण

सेना के कप्तान, जो सिख रेजिमेंट से हैं, और उनकी मंगेतर के साथ एक भयावह घटना हुई। जब वे भुवनेश्वर के भारतपुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे, तब पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज करने से मना कर दिया।

Advertisment

कप्तान की शिकायत के अनुसार, जब वे स्टेशन पहुंचे, तो वहां एक कांस्टेबल और एक महिला असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर मौजूद थीं, जिन्होंने उनकी शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया। बाद में जब पुलिस पेट्रोल वापस लौटी, तो मामला और बिगड़ गया।

कप्तान ने आरोप लगाया कि चार पुलिसकर्मियों ने उन्हें हिरासत में लिया, उनके कपड़े उतारे, और उनके पास से सभी सामान छीन लिया, जिसमें उनका मोबाइल फोन, आर्मी आईडी, और कार की चाबियाँ शामिल थीं।

मंगेतर पर यौन उत्पीड़न का आरोप

Advertisment

सबसे भयावह घटना तब हुई जब कप्तान की मंगेतर, जो पेशे से वकील हैं, ने गिरफ्तारी का वारंट देखने की मांग की। इसके बाद उन्हें एक कमरे में खींचकर ले जाया गया और चार पुरुष और तीन महिला पुलिसकर्मियों ने उन पर हमला किया। कप्तान का दावा है कि इन चारों ने उनकी मंगेतर को बुरी तरह से प्रताड़ित किया और उनके चीखने की आवाजें तकरीबन आधे घंटे तक सुनी गईं।

महिला आयोग की जांच और विरोध प्रदर्शन

नेशनल कमीशन फॉर वीमेन (NCW) ने इस मामले का संज्ञान लिया है और ओडिशा पुलिस से कार्रवाई रिपोर्ट की मांग की है। वहीं, इस घटना के खिलाफ महिलाओं के अधिकारों के समर्थकों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।

Advertisment

न्याय की मांग

इस घटना ने पूरे देश में आक्रोश पैदा कर दिया है। कई जगहों पर प्रदर्शन हो रहे हैं और आरोपियों को सजा दिलाने की मांग हो रही है। ओडिशा हाई कोर्ट में इस मामले की सुनवाई भी होने वाली है, जहां सेना अधिकारी और उनकी मंगेतर के खिलाफ दर्ज FIR को रद्द करने की मांग की गई है।

 

Advertisment