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भाविना पटेल 34 वर्षीय भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं और अहमदाबाद की रहने वाली हैं। यह टोक्यो ओलंपिक्स में टेनिस खेल रही हैं वो भी व्हील चेयर पर बैठकर। यह भारत की पहली ऐसी महिला हैं जो इस मंजिल तक पहुंची हैं इसके लिए इन्होंने ब्राज़ील की जॉयसी को हराया है। यह हमारी कंट्री इंडिया की दूसरी ऐसी महिला हैं जो व्हीलचेयर पर बैठकर टेबल टेनिस खेलती हैं।
भाविना ने टेबल टेनिस को एक शौक के तरह चुना था लेकिन उनकी मेहनत ने आज उन्हे सबसे अच्छी टेबल टेनिस खिलाड़ी घोषित किया है। भाविना ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीते है जिसके वजह से देश अनवर गर्व करता है। 2011 में जो थाईलैंड में टेबल टेनिस चैंपियनशिप हुई थी उसमे भाविना ने सिल्वर मेडल हासिल कर वो दुनिया की दूसरे स्थान की टेबल टेनिस खिलाड़ी बन चुकी थी।
भाविना के कोच लालन दोषी है और इसके साथ उनके उम्दा खिलाड़ी होने के पीछे उनकी ऑफिशियल कोच तेजलबेन लाखिया का भी हाथ है।एक अपंग महिला को समाज में कोई स्थान नहीं दिया जाता। लेकिन भाविना पटेल के मेहनत और लगन ने उन्हें आज भारत की एक अच्छी खिलाड़ी बनाया है। उनके इस मेहनत और लगन के लिए आज देश भाविना पर गर्व करता हैं।
2013 के अक्टूबर में बीजिंग में हुए एशियन पैराओलिंपिक में वूमेंस सिंगल्स में सिल्वर मेडल जीता था। उन्होंने 2017 के अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस फेडरेशन एशियन पैरा टेबल टेनिस चैंपियनशिप जो की बेजिनेग ने आयोजित किया था उसमे ब्रोंज मेडल जीता था।
भाविना के कोच लालन दोषी है और इसके साथ उनके उम्दा खिलाड़ी होने के पीछे उनकी ऑफिशियल कोच तेजलबेन लाखिया का भी हाथ है।एक अपंग महिला को समाज में कोई स्थान नहीं दिया जाता। लेकिन भाविना पटेल के मेहनत और लगन ने उन्हें आज भारत की एक अच्छी खिलाड़ी बनाया है। उनके इस मेहनत और लगन के लिए आज देश भाविना पर गर्व करता हैं।
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