Bihar News: कहते हैं ना यदि आपको कोई चीज दिल से करना हो तो कितनी भी बाधाएं क्यों ना आ जाएं आप उस कार्य को बखूबी कर सकते हो। इसी चीज का उदाहरण देती है बिहार के बांका जिले की रुकमणी कुमारी आइए जानते हैं क्या है मामला।
बिहार के बांका जिले की रहने वाली रुकमणी कुमारी ने बच्चे को जन्म देने के तुरंत बाद दसवीं बोर्ड की परीक्षा दी। आपको बता दें की रुकमणी कुमारी 22 वर्षीय बांका जिले की रहने वाली हैं। जब रुक्मणी कुमारी से बात के बारे में पूछा गया तब रुक्मणी ने कहा कि वह हमेशा अपनी शिक्षा को पूरा करना चाहती हैं और अपनी लिए एक अच्छी नौकरी हासिल करना चाहती हैं।
Labour Pain And Examination
आपको बता दें कि मंगलवार को रुकमणी कुमारी ने दसवीं बोर्ड परीक्षा की गणित की परीक्षा दी थी और उसी दिन रात से उनको लेबर पेन शुरू हो गया था। लेकिन वह अगले दिन अपनी परीक्षा देने के लिए पूरी तरह से तैयार थी और वह इस कारण 3 घंटे पहले परीक्षा हॉल भी पहुंच गईं। रुकमणी कुमारी ने इस खबर की सूचना अपने परिवार और एग्जामिनेशन आफिसर्स को भी दी थी। जब रुकमणी कुमारी एग्जामिनेशन हॉल में पहुंचे तब वह लेबर पेन से गुजर रही थी। जब उनका दर्द असहनीय हो गया तब उन्होंने एग्जामिनेशन ऑफिसर्स को इस बारे में सूचना दी। एग्जामिनेशन ऑफिसर्स ने तुरंत उसको अस्पताल में भर्ती कराया।
अस्पताल में रुकमणी कुमारी ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया और फिर उसके ठीक बाद और एग्जाम एग्जामिनेशन ऑफिसर से परीक्षा देने के लिए अनुरोध किया और वह इस चीज के लिए तैयार भी हो गए।
आपको बता दें की बिहार के बांका जिले के कटोरिया प्रखंड स्थित अंबेडकर आवासीय हाई स्कूल की छात्रा रुकमणी कुमारी की बोर्ड परीक्षा केंद्र एमएमके जी इंटर कॉलेज था। जिस अस्पताल में रुकमणी कुमारी ने अपने बच्चे को जन्म दिया उस अस्पताल के डॉक्टर भोलेनाथ ने कहा कि इमरजेंसी कॉल आने के तुरंत बाद रुक्मणी के लिए लेबर रूम तैयार किया गया। डॉक्टर ने कहा कि रुकमणी कुमारी की नॉर्मल डिलीवरी थी। रुकमणी कुमारी के साहस की प्रशंसा करते हुए बिहार के बांका जिले के शिक्षा अधिकारी पवन कुमार ने कहा कि ऐसा करके रुकमणी कुमारी ने लोगों के सामने शिक्षा के महत्व का एग्जांपल सेट किया है।