सुप्रीम कोर्ट नहीं आज यानी गुरुवार को बिलकिस बानो केस के 11 अपराधियों के रिमिशन को चुनौती देती पिटिशन की सुनवाई है। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एन वी रमन ने गुजरात सरकार को मामले में अपना जवाब सुनाने के लिए नोटिस दे दिया है। जस्टिस एन वी रमन शुक्रवार को रिटायर होने वाले हैं। रिटायर होने से पहले उन्होंने इस केस की सुनवाई को अगली तारीख दे दी है।
2 हफ्ते बाद बिलकिस बानो केस की कोर्ट में दोबारा सुनवाई होगी। कांग्रेस नेता करती चिदंबरम द्वारा फाइल की गई पिटिशन को अलग से सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने दो वजहों के कारण इसे रिव्यु करने की सहमति दी है। सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार को भी मामले में अपना जवाब सुनाने का नोटिस जारी किया है।
बिलकिस बानो केस
बिलकिस बानो गुजरात की रहने वाली मुस्लिम महिला है जिनका 2002 के गुजरात के गोधरा कांड में 11 अपराधियों ने गैंग रेप किया था। आज सुप्रीम कोर्ट में बिलकिस बानो के केस की सुनवाई है। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एम वी रमन, जस्टिस अजय रस्तोगी और जस्टिस नाथ शाल की बेंच इस केस की सुनवाई कर रही है।
कोर्ट में आज 11 अपराधियों के रीमिशन को चैलेंज करने वाली पिटीशन को सुना जा रहा है। यह पिटीशन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया की अध्यक्ष सुभाषिनी अली और पत्रकार रेवती लाल और प्रोफेसर रूपरेखा वर्मा ने दर्ज की है।
पेगासस का क्या है रोल
चीफ जस्टिस रमन ने जनवरी में प्रधानमंत्री की पंजाब दौरे के दौरान हुई सिक्योरिटी लापरवाहियों के संबंध में अर्जियां सुनी। सुप्रीम कोर्ट के जज की अध्यक्षता में गठित कमिटी ने प्रधानमंत्री के पंजाब दौरे के दौरान काफी सिक्योरिटी लापरवाहियां देखी हैं।
पेगासस केस को देखने के बाद जस्टिस रमन ने कहा कि 29 फोन चेक करने पर उनमें से 5 फोन में मैलवेयर पाया गया लेकीन इससे पेगासस स्पाइवेयर का कोई सबूत नहीं मिलता है। कमिटी का कहना है कि सरकार उनके साथ कॉपरेट नहीं कर रही है।