British Museum And Gulabi Gang: उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में प्रभाव जमाने वाला गुलाबी गैंग एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। खबर के मुताबिक गुलाबी गैंग के सामान को अब लंदन के ब्रिटिश म्यूजियम में सजाया जाएगा। बता दें लंदन का ब्रिटिश म्यूजियम अपने संग्रह किए हुए सामान के लिए अक्सर चर्चा में रहता है।
क्या है गुलाबी गैंग
गुलाबी गैंग महिलाओं के हक के लिए हमेशा से आगे आता रहा है। इसकी स्थापना साल 2006 में संपत पाल ने की थी। संपत पाल एक महिला हैं जो अक्सर खुद अपने जज्बों के लिए चर्चा में रहती हैं। संपत पाल राजनीति में भी सक्रिय भूमिका निभाती हैं। वे नेता के तौर पर भी आगे आईं लेकिन कुछ वोटों से रह गईं।
संपत पाल ने गुलाबी गैंग को बनाने के लिए महिलाओं को एकजुट किया। बात उनके ससुराल की है जब उन्होंने अपने ससुराल में एक महिला को अपने पति द्वारा पिटते देखा तो उनसे रहा नहीं गया। उसी दौरान उन्होंने ठान लिया कि वो महिलाओं के हक के लिए एक संगठन तैयार करेंगी।
साल 1960 में उनका जन्म हुआ। संपत पाल बिसंडा थाना के तैरी गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने गुलाबी गैंग की शुरुआत चित्रकूट जिले के एक छोटे से गांव रौली से की। ये उनका ससुराल है। यहां उन्होंने महिलाओं को आगे लाकर उन्हें संगठित करने का प्रयास किया। आज गुलाबी गैंग देश ही नहीं विदेश में भी प्रसिद्ध है।
संपत पाल ने समाज में महिलाओं के प्रति सराहनीय योगदान देते हुए महिला शक्ति को आगे बढ़ाया है। वे महिलाओं के लिए हमेशा आगे आईं। संपत पाल ने हमेंशा एकजुटता के साथ महिलाओं को आगे बढ़ाया।
क्या है ब्रिटिश म्यूजियम से जुड़ा मामला
दरअसल गुलाबी गैंग की प्रमुख संपत पाल की मानें तो ब्रिटिश म्यूजियम की ओर से उनके पास गुलाबी गैंग से जुडे़ समान को लेकर मांग आई थी, जिसमें गुलाबी गैंग की वेशभूषा शामिल है। संपत पाल के मुताबिक ये मांग ब्रिटिश म्यूजियम की प्रमुख की ओर से आई थी। गुलाबी गैंग की वेशभूषा में पिंक साड़ी, पिंक ब्लाउज, पिंक पेटिकोट और एक डंडा शामिल है। इसी वेशभूषा को ब्रिटिश म्यूजियम में रखा जाएगा।
गुलाबी गैंग प्रमुख संपत पाल की मानें तो गुलाबी गैंग संगठन देश के बड़े संगठनों में गिना जाता है। यही कारण है कि इसकी प्रसिद्धि को देखते हुए अब ब्रिटिश म्यूजियम भी इसके सामान को अपने म्यूजियम में शामिल करना चाह रहा है।