New Update
Chattisgarh Jashpur Rape Case - यह मामला छत्तीसगढ़ के जशपुर का है। जहाँ एक सरकारी सेंटर था डिफरेंटली एबल्ड लोगों के लिए और वहीं पर रेप किया गया। रेप करने वाला कोई और नहीं उस सेंटर का केयरटेकर था। इस केयरटेकर ने एक 17 साल की लड़की और 5 और उसकी साथियों का रेप किया।
यह मामला 22 सितम्बर को हुआ और रेजिडेंशियल ट्रेनिंग सेंटर के अंदर ही हुआ है। सुनने में आ रहा है कि यहाँ का वाचमैन भी इस मामले से जुड़ा हुआ था और पुलिस अफसर विजय अग्रवाल इस केस को देख रहे हैं। जो 5 लड़कियों के साथ यह गलत काम हुआ है वो सभी माइनर थीं और 16 साल से भी कम उम्र की थीं। केयरटेकर और वॉचमन दोनों की उम्र 30 से ऊपर थी और जशपुर एरिया के ASP ने मामले में महिला पुलिसकर्मियों को छान बीन करने को कहा है। इन सभी के लिए POCSO के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है और धारा 376 रेप के लिए और 354 मोलेस्टेशन के लिए लगायी गयी है।
इस तरीके से हॉस्टल और रेजिडेंशियल जगह पर भी अगर लडकियां सेफ नहीं हैं तो यह बहुत शर्मनाक बात है। ऐसे में बेहद जरुरी हो जाटव है कि सरकार इन सभी स्कूल और हॉस्टल की समय समय पर अच्छे से जांच पड़ताल करे। आजकल रेप के मामले ज्यादातर माइनर के ही रिपोर्ट किए जा रहे हैं।
जिस रेजिडेंशियल जगह में यह रेप हुए हैं वो सरकारी हैं और किसी अफसर को या आस पास के पुलिस थानों को ऐसी जगह पर ख़ास निगरानी रखनी चाहिए क्योंकि न जाने कितनी ही लडकियां ऐसे हॉस्टल में रहती हैं और उनका फायदा उठाया जाता होगा। यह मामला जिन लड़कियों के साथ हुआ वो विकलांग थीं और माइनर भी इसलिए ऐसे केस में सख्त सख्त कार्यवाही होना बेहद जरुरी हो जाता है ताकि यह कहीं पर कभी भी दोहराया न जाए।
Chattisgarh Jashpur Rape Case
यह मामला 22 सितम्बर को हुआ और रेजिडेंशियल ट्रेनिंग सेंटर के अंदर ही हुआ है। सुनने में आ रहा है कि यहाँ का वाचमैन भी इस मामले से जुड़ा हुआ था और पुलिस अफसर विजय अग्रवाल इस केस को देख रहे हैं। जो 5 लड़कियों के साथ यह गलत काम हुआ है वो सभी माइनर थीं और 16 साल से भी कम उम्र की थीं। केयरटेकर और वॉचमन दोनों की उम्र 30 से ऊपर थी और जशपुर एरिया के ASP ने मामले में महिला पुलिसकर्मियों को छान बीन करने को कहा है। इन सभी के लिए POCSO के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है और धारा 376 रेप के लिए और 354 मोलेस्टेशन के लिए लगायी गयी है।
सरकारी सेंटर के केयरटेकर ने रेप किया
इस तरीके से हॉस्टल और रेजिडेंशियल जगह पर भी अगर लडकियां सेफ नहीं हैं तो यह बहुत शर्मनाक बात है। ऐसे में बेहद जरुरी हो जाटव है कि सरकार इन सभी स्कूल और हॉस्टल की समय समय पर अच्छे से जांच पड़ताल करे। आजकल रेप के मामले ज्यादातर माइनर के ही रिपोर्ट किए जा रहे हैं।
जिस रेजिडेंशियल जगह में यह रेप हुए हैं वो सरकारी हैं और किसी अफसर को या आस पास के पुलिस थानों को ऐसी जगह पर ख़ास निगरानी रखनी चाहिए क्योंकि न जाने कितनी ही लडकियां ऐसे हॉस्टल में रहती हैं और उनका फायदा उठाया जाता होगा। यह मामला जिन लड़कियों के साथ हुआ वो विकलांग थीं और माइनर भी इसलिए ऐसे केस में सख्त सख्त कार्यवाही होना बेहद जरुरी हो जाता है ताकि यह कहीं पर कभी भी दोहराया न जाए।