क्या फिर लौटा COVID-19? एक्टिव केस 1,000 पार, जानिए क्या रहें सतर्क

भारत में कोविड-19 के एक्टिव केस फिर से बढ़ने लगे हैं, खासतौर पर दिल्ली, केरल और महाराष्ट्र में। जानिए क्यों जरूरी है सतर्क रहना, लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करना और कैसे बूस्टर डोज़ अब भी बचाव का सबसे मजबूत तरीका है।

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Vaishali Garg
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covid 19 (pinterest)

Photograph: (File Image )

Is COVID -19 Making a Comeback in India? Active Cases Cross 1,000: भारत में एक बार फिर Corona Virus  के मामले धीरे-धीरे बढ़ने लगे हैं। हाल ही में रिपोर्ट्स के अनुसार देश में एक्टिव मामलों की संख्या 1,000 के पार पहुँच चुकी है, जिसमें सबसे ज़्यादा केस दिल्ली, केरल और महाराष्ट्र जैसे राज्यों से सामने आ रहे हैं। भले ही हालात उतने गंभीर न हों जितने महामारी के चरम पर थे, लेकिन यह उभरती स्थिति हमें सावधान रहने की चेतावनी दे रही है।

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भारत में फिर लौटा Covid 19? एक्टिव केस 1,000 पार, जानिए क्या रहें सतर्क

कोविड अब भी गया नहीं है, लक्षणों को हल्के में न लें

बुखार, गले में खराश, खांसी और बदन दर्द जैसे लक्षणों को लोग अक्सर सामान्य फ्लू समझकर अनदेखा कर देते हैं, लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो इन्हें नज़रअंदाज़ करना अब भी खतरनाक हो सकता है। खासतौर पर जब देश में फिर से संक्रमण के केस सामने आने लगे हों, तब इन लक्षणों के प्रति सजग रहना जरूरी हो जाता है। टेस्ट करवाना और समय पर आइसोलेशन अब भी बेहद अहम है।

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बूस्टर डोज़ और वैक्सीनेशन: बचाव का सबसे मजबूत कवच

स्वास्थ्य विशेषज्ञ लगातार यह कह रहे हैं कि टीकाकरण से संक्रमण की गंभीरता को काफी हद तक कम किया जा सकता है। ऐसे में यदि आपने बूस्टर डोज़ नहीं ली है, तो अब समय आ गया है कि आप अपने डॉक्टर से सलाह लेकर अगली वैक्सीन की जानकारी लें। खासकर बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और को-मॉर्बिडिटी वाले लोग अतिरिक्त सावधानी बरतें।

बदलती हवा में सतर्कता बनी रहनी चाहिए

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त्योहारी सीज़न और सार्वजनिक आयोजनों के चलते देशभर में लोगों की आवाजाही और मेलजोल बढ़ा है। ऐसे में ज़रा सी ढील बड़ी लापरवाही में बदल सकती है। अगर आप सार्वजनिक जगहों पर जा रहे हैं, तो मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों को दोबारा अपनाना समझदारी होगी। भले ही सरकार ने सख्ती में ढील दी हो, लेकिन व्यक्तिगत सतर्कता अब भी सबसे बड़ा बचाव है।

गलत जानकारी से रहें दूर, सही स्रोतों पर करें भरोसा

सोशल मीडिया पर कोविड को लेकर कई बार भ्रामक खबरें फैलती हैं। ऐसे में ज़रूरी है कि आप सिर्फ विश्वसनीय सरकारी या स्वास्थ्य संस्थानों की वेबसाइट से ही जानकारी लें। अफवाहें न सिर्फ डर का माहौल बनाती हैं, बल्कि सही दिशा में इलाज और सतर्कता के प्रयासों को भी नुकसान पहुंचाती हैं।

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