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कोरोनावायरस वैक्सीन की कीमत 250रु होगी। प्राइवेट अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर वैक्सीन 250 प्रति शॉट दी जायेगी और सभी सरकारी अस्पतालों और केंद्रों में वैक्सीन मुफ्त होंगे। COVID-19 वैक्सीन की कीमत
26 फरवरी, 2021 को सरकार ने कहा कि वह लोगों को उनके वक्सीनशन सेंटर्स चुनने की अनुमति देगा जब अभियान 27 फरवरी को 60 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों और 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को बीमारी से बचाने के लिए दी जायेगी । 60 से अधिक आयु वालों को केवल पहचान के साथ एज प्रूफ दिखाने की आवश्यकता होगी, जबकि 45 से अधिक पुरानी बीमारियों का एक रजिस्टर्ड डॉक्टर द्वारा अटेस्टेड एक फॉर्म प्राप्त करना होगा।
लोग सरकार के कोविन 2.0 पोर्टल, आरोग्य सेतु ऐप के माध्यम से या वैक्सीनेशन सेंटर्स में जाकर रजिस्ट्रेशन करव सकते हैं। राज्य भी एक्टिव रूप से लोगों को जुटाएंगे। वैक्सीन देने के लिए 10,000 से ज़्यादा प्राइवेट अस्पतालों को मंजूरी दी गई है। कैंपेन को कोर्डिनेट करने के लिए ज़रूरी सॉफ़्टवेयर को अपग्रेड करने के लिए इस सप्ताह के अंत में वैक्सीनेशन को रोक दिया गया था। इस कैंपेन का लक्ष्य 16 जनवरी से 1.15 करोड़ हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को इम्मयूनाइज़ बनाना है।
अधिकारियों का मानना है कि लोगों को केंद्रों को चुनने की अनुमति देने से प्रभावी रूप से कोरोनोवायरस वैक्सीन चुनने की अनुमति देने से रोल-आउट की स्पीड बढ़ सकती है। भारत का लक्ष्य अगस्त तक 135 करोड़ लोगों की आबादी में से 30 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन करना है। भारत बायोटेक ने कहा कि कोवाक्सिन शॉट लेने वाले लगभग 26,000 वालंटियर्स पर एक ट्रायल के टेस्ट से डेटा जल्द ही रिलीज़ किया जाएगा। अर्ली और इंटरमेडिएट स्टडीज के आधार पर, कोवाक्सिन सेफ और इफेक्टिव है।
भारत में कोरोनावैक्सीन ड्राइव 16 जनवरी, 2021 को शुरू हुई थी। अब तक लगभग डेढ़ करोड़ लोगों को कोरोनावायरस वैक्सीन का शॉट मिल चूका है। COVID-19 वैक्सीन की कीमत
26 फरवरी, 2021 को सरकार ने कहा कि वह लोगों को उनके वक्सीनशन सेंटर्स चुनने की अनुमति देगा जब अभियान 27 फरवरी को 60 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों और 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को बीमारी से बचाने के लिए दी जायेगी । 60 से अधिक आयु वालों को केवल पहचान के साथ एज प्रूफ दिखाने की आवश्यकता होगी, जबकि 45 से अधिक पुरानी बीमारियों का एक रजिस्टर्ड डॉक्टर द्वारा अटेस्टेड एक फॉर्म प्राप्त करना होगा।
लोग सरकार के कोविन 2.0 पोर्टल, आरोग्य सेतु ऐप के माध्यम से या वैक्सीनेशन सेंटर्स में जाकर रजिस्ट्रेशन करव सकते हैं। राज्य भी एक्टिव रूप से लोगों को जुटाएंगे। वैक्सीन देने के लिए 10,000 से ज़्यादा प्राइवेट अस्पतालों को मंजूरी दी गई है। कैंपेन को कोर्डिनेट करने के लिए ज़रूरी सॉफ़्टवेयर को अपग्रेड करने के लिए इस सप्ताह के अंत में वैक्सीनेशन को रोक दिया गया था। इस कैंपेन का लक्ष्य 16 जनवरी से 1.15 करोड़ हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को इम्मयूनाइज़ बनाना है।
अधिकारियों का मानना है कि लोगों को केंद्रों को चुनने की अनुमति देने से प्रभावी रूप से कोरोनोवायरस वैक्सीन चुनने की अनुमति देने से रोल-आउट की स्पीड बढ़ सकती है। भारत का लक्ष्य अगस्त तक 135 करोड़ लोगों की आबादी में से 30 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन करना है। भारत बायोटेक ने कहा कि कोवाक्सिन शॉट लेने वाले लगभग 26,000 वालंटियर्स पर एक ट्रायल के टेस्ट से डेटा जल्द ही रिलीज़ किया जाएगा। अर्ली और इंटरमेडिएट स्टडीज के आधार पर, कोवाक्सिन सेफ और इफेक्टिव है।
भारत में कोरोनावैक्सीन ड्राइव 16 जनवरी, 2021 को शुरू हुई थी। अब तक लगभग डेढ़ करोड़ लोगों को कोरोनावायरस वैक्सीन का शॉट मिल चूका है। COVID-19 वैक्सीन की कीमत