Republic Day Parade 2023: लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत एक नौसेना वायु संचालन ऑफिसर्, गणतंत्र दिवस परेड में पुनर्नामित कर्तव्य पथ पर नौसेना के मार्चिंग दल का नेतृत्व करेंगी। त्रि-सेवा अंडमान निकोबार कमांड नौसैनिक वायु संचालन ऑफिसर दिशा गणतंत्र दिवस परेड में युवा नाविकों के 144 सदस्यीय दल का नेतृत्व करेंगी। इस दल में तीन महिलाएँ और पाँच पुरुष भी शामिल हैं जो "अग्नीवीर" के रूप में ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे हैं। आपको बता दें की सब-लेफ्टिनेंट वल्ली मीना एस एक अन्य महिला अधिकारी तीन प्लाटून कमांडरों में से एक होंगी।
Republic Day 2023: लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत गणतंत्र दिवस परेड में नौसेना का नेतृत्व करेंगी
दिशा का सपना था गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेना क्योंकि वह 2008 में एक युवा एनसीसी कैडेट थीं। 26 जनवरी को वह आखिरकार इस सपने को पूरा करेगी और वह भी मार्च का नेतृत्व करके।
आपको बता दें की नौसेना की झांकी में "नारी शक्ति" केंद्रीय विषय के रूप में है। यह नौसेना की बहुमुखी क्षमताओं के साथ-साथ "मेक इन इंडिया" प्लेटफार्मों जैसे कि स्कॉर्पीन या कलवरी पनडुब्बियों और फ्रिगेट्स के नीलगिरी वर्ग को भी उजागर करेगा। आपको बता दें की लगभग 30 महिला अधिकारियों को अग्रिम पंक्ति के युद्धपोतों पर तैनात किया गया है, नौसेना ने उन्हें विमान और हेलीकॉप्टर पायलट और वायु संचालन ऑफिसर के रूप में शामिल किया है।
Lieutenant Commander Disha Amrith
दिशा ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वह एक "ऑफिसर" के रूप में जानी जाना चाहती हैं, "महिला अधिकारी" नहीं। उसने कहा, "मैं अपने पुरुष समकक्षों के बराबर हूं। मैंने यह साबित कर दिया है। दिशा ने आगे कहा कि नौसेना के मार्चिंग दस्ते का नेतृत्व करना उनके लिए जीवन में एक बार मिलने वाला अवसर था।
आपको बता दें की दिशा के पास कर्नाटक के बीएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री है। दिशा अमृत ने कहा “2008 से, मैंने सशस्त्र बलों के गणतंत्र दिवस दल का हिस्सा बनने के इस सपने को संजोया है। मेरे पिता भी सशस्त्र बलों में शामिल होना चाहते थे लेकिन वे नहीं कर सके। मुझे नौसेना का हिस्सा होने पर गर्व है और मैं पूरे जोश और समर्पण के साथ सेवा करना जारी रखूंगी।”
आपको बता दें की दिव्या अजीत 2015 में गणतंत्र दिवस परेड में सभी महिला दल का नेतृत्व करने वाली पहली महिला थीं। हालांकि, सशस्त्र बलों में महिलाओं के समान प्रतिनिधित्व के लिए अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है अधिक महिलाओं को शामिल किया गया है हाल के वर्षों में परेड में।