New Update
मौफिदा तलतली: अरब फिल्म फिल्ममेकर मोउफिदा तलतली का रविवार को 73 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
ट्यूनीशियाई फिल्म निर्माता और मंत्री मौफिदा तलतली, एक फीचर फिल्म को डायरेक्ट करने वाली पहली अरब महिला के रूप में मशहूर हुईं, रविवार को 73 वर्ष की आयु में असवान इंटरनेशनल वुमन फिल्म फेस्टिवल के मैनेजमेन्ट के अनुसार उनका निधन हो गया।
मृत अरब फिल्म निर्माता को उनकी फीचर फिल्म द साइलेंस ऑफ द पैलेस के लिए जाना जाता है, जो 1994 में रिलीज़ हुई थी, जो पीढ़ियों से अरब महिलाओं द्वारा अनुभव किए गए एक्सप्लोइटेशन और ट्रामा के विषयों पर आधारित थी। इसके अलावा, मोउफिदा ने यह भी खुलासा किया कि फिल्म उनकी मां के कठिन जीवन से प्रेरित थी।
फिल्म को इंटरनेशनल लेवल पर खूब पॉप्युलैरिटी मिली और उन्होंने कई इंटरनेशनल अवार्ड भी जीते, जिसमें 'ऑरिजिनल एंड इमेजिनिवेटिव फ़िल्म ऑफ़ द ईयर' के लिए लंदन फ़िल्म फेस्टिवल में सदरलैंड ट्रॉफी भी शामिल थी, और इसे फेमस क्रिटिक मार्क कजिन द्वारा अफ्रीका की 10 सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक के रूप में नॉमिनेट किया गया था। उनकी दूसरी फिल्म, द सीज़न ऑफ मेन, 2000 में कान फिल्म फेस्टिवल में दिखाई गई थी।
उनके कामों में ज्यादातर फेमिनिस्ट अंडरटोन्स हैं, जो ट्यूनीशियाई महिलाओं और समाज के जीवन पर केंद्रित है। इसके अलावा, वह ज्यादातर द ट्रेस, नाहला, अज़ीज़ा जैसी कई ट्यूनीशियाई फिल्मों में एक एडिटर के रूप में और साथ ही साथ अपने खुद के डायरेक्टोरियल प्रोजेक्ट्स में काम करती थी।
अरब डायरेक्टर और राइटर अक्सर कान, अफ्रीकी फिल्म फेस्टिवल मिलान में, शिकागो फिल्म फेस्टिवल, और मिस्र के एलेक्जेंडर फिल्म सहित अरब क्षेत्र में आयोजित होने वाले विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय समारोहों के जूरी पैनल की एक सम्मानित सदस्य थी ।
यह फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक बहुत ही बड़ा नुकसान है। इतनी बड़ी पर्सनालिटी जिन्होंने इस इंडस्ट्री में एक अलग पहचान बनाई।
ट्यूनीशियाई फिल्म निर्माता और मंत्री मौफिदा तलतली, एक फीचर फिल्म को डायरेक्ट करने वाली पहली अरब महिला के रूप में मशहूर हुईं, रविवार को 73 वर्ष की आयु में असवान इंटरनेशनल वुमन फिल्म फेस्टिवल के मैनेजमेन्ट के अनुसार उनका निधन हो गया।
मृत अरब फिल्म निर्माता को उनकी फीचर फिल्म द साइलेंस ऑफ द पैलेस के लिए जाना जाता है, जो 1994 में रिलीज़ हुई थी, जो पीढ़ियों से अरब महिलाओं द्वारा अनुभव किए गए एक्सप्लोइटेशन और ट्रामा के विषयों पर आधारित थी। इसके अलावा, मोउफिदा ने यह भी खुलासा किया कि फिल्म उनकी मां के कठिन जीवन से प्रेरित थी।
फिल्म को इंटरनेशनल लेवल पर खूब पॉप्युलैरिटी मिली और उन्होंने कई इंटरनेशनल अवार्ड भी जीते, जिसमें 'ऑरिजिनल एंड इमेजिनिवेटिव फ़िल्म ऑफ़ द ईयर' के लिए लंदन फ़िल्म फेस्टिवल में सदरलैंड ट्रॉफी भी शामिल थी, और इसे फेमस क्रिटिक मार्क कजिन द्वारा अफ्रीका की 10 सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक के रूप में नॉमिनेट किया गया था। उनकी दूसरी फिल्म, द सीज़न ऑफ मेन, 2000 में कान फिल्म फेस्टिवल में दिखाई गई थी।
उनके कामों में ज्यादातर फेमिनिस्ट अंडरटोन्स हैं, जो ट्यूनीशियाई महिलाओं और समाज के जीवन पर केंद्रित है। इसके अलावा, वह ज्यादातर द ट्रेस, नाहला, अज़ीज़ा जैसी कई ट्यूनीशियाई फिल्मों में एक एडिटर के रूप में और साथ ही साथ अपने खुद के डायरेक्टोरियल प्रोजेक्ट्स में काम करती थी।
अरब डायरेक्टर और राइटर अक्सर कान, अफ्रीकी फिल्म फेस्टिवल मिलान में, शिकागो फिल्म फेस्टिवल, और मिस्र के एलेक्जेंडर फिल्म सहित अरब क्षेत्र में आयोजित होने वाले विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय समारोहों के जूरी पैनल की एक सम्मानित सदस्य थी ।
2011 में ट्यूनीशिया रेवोल्यूशन के बाद, मोउफिदा तलतली को देश की प्रोविजनल गवर्नमेंट द्वारा मिनिस्टर ऑफ़ कल्चर के रूप में नियुक्त किया गया था।
यह फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक बहुत ही बड़ा नुकसान है। इतनी बड़ी पर्सनालिटी जिन्होंने इस इंडस्ट्री में एक अलग पहचान बनाई।