गुजरात के मोरबी में रविवार शाम को एक बड़ा हादसा हो गया। 140 साल पुराना मच्छु नदी पर बना ‘केवल ब्रिज’ टूट जाने से 141 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गये हैं। इसके अलावा मृतकों में बच्चे भी शामिल हैं। बता दे यह हादसा 6:30 से 6:45 बजे के बीच हुआ। ब्रिज की क्षमता से ज़्यादा लोग होने से ब्रिज का आधार टूट गया जिसके कारण यह भयंकर हादसा हो गया जिसके कारण लोग नदी में जा गिरे। प्रधानमंत्री अभी गुजरात में मौजूद हैं उन्होंने कहा कि बचाव और राहत अभियान कल से जारी है और केंद्र राज्य को हर संभव मदद कर रहा है।
रातभर बचाव कार्य
हादसे के बाद रातभर बचाव जारी था। ब्रिज के ऊपर 500 से ज़्यादा लोग थे जिसमें बच्चे, औरतें भी शामिल थी। हादसे में मजूद अफ़सरों ने कहा मरने वालों की संख्या बड़ सकती हैं। 177 के आसपास लोगों को बचा लिया गया। टीमों की तरफ़ से बचे हुए लोगों को भी ढूँढा जा रहा हैं। इस बचाव कार्य में एनडीआरएफ़ की तीन टीमें घटनास्थल पर भेजी गयी हैं इसके साथ ही एयरफ़ोर्स के गरुड़ कमांडो को भी मौक़े पर भेजा गया।
पिछले हफ़्ते हुई थी मरम्मत
पुल की मरम्मत कई बार हो चुकी है। कुछ समय पहले 2 करोड़ रु. से रेनोवेशन किया गया। एक इंटरव्यू में गुजरात के श्रम और रोजगार मंत्री बृजेश मेरजा ने कहा, “पुल का पिछले हफ्ते नवीनीकरण हुआ था। हम भी हैरान हैं। हम इस मामले को देख रहे हैं। सरकार इस हादसे की जिम्मेदारी लेती है।"
रेनोवेशन के कारण पुल पिछले सात महीने से बंद कर दिया गया था। इसे 26 अक्टूबर, गुजराती नव वर्ष पर जनता के लिए फिर से खोल दिया गया था लेकिन जिस कंपनी द्वारा रेनोवेशन की गयी थीं उसकी तरफ़ से फ़िट्नेस सर्टिफ़िकेट नहीं लिया गया था और इसका ओवर्लोड टेस्ट नहीं किया गया था। गुजराती नववर्ष और रविवार के कारण लोग बढ़ी संख्या में यहाँ घूमने के लिए पहुँचे थे। छठ पूजा के कारण भी पुल पर काफ़ी लोग मजूद थे।