Advertisment

Gurugram: सब्जी बनाने से इनकार करने पर शक्श ने की महिला की हत्या

एक दिल दहला देने वाली घटना में, गुरुग्राम में एक व्यक्ति ने अपनी लिव-इन पार्टनर की हत्या कर दी, क्योंकि उसने अंडे की सब्जी बनाने से इनकार कर दिया। आरोपी लल्लन यादव (35) ने 32 वर्षीय अंजलि को हथौड़े और बेल्ट से पीट-पीटकर मार डाला।

author-image
Vaishali Garg
एडिट
New Update
Crime (Freepik

Gurugram Man Kills Live-In Partner With Hammer : एक दिल दहला देने वाली घटना में, गुरुग्राम में एक व्यक्ति ने अपनी लिव-इन पार्टनर की हत्या कर दी, क्योंकि उसने अंडे की सब्जी बनाने से इनकार कर दिया। आरोपी लल्लन यादव (35) ने 32 वर्षीय अंजलि को हथौड़े और बेल्ट से पीट-पीटकर मार डाला। 

Advertisment

सब्जी बनाने से इनकार करने पर शक्श ने की महिला की हत्या 

शराब के नशे में हत्या, फिर फरार

गुरुग्राम पुलिस ने शनिवार को चौमा गांव में एक अधूरे निर्माणाधीन भवन में अंजलि का शव मिलने के बाद यादव को गिरफ्तार कर लिया। रिपोर्टों के अनुसार, लल्लन यादव बिहार के मधेपुरा जिले के औराई गांव का रहने वाला है। पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया कि उसने शराब के नशे में अपनी पार्टनर की हत्या कर दी। उसे दिल्ली के सराय काले खां इलाके से पलम विहार थाने की पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया था। अधूरे निर्माणाधीन भवन के रखवाले ने अंजलि का शव देखने के बाद शिकायत दर्ज कराई थी। 

Advertisment

झूठी पहचान और एक और खुलासा

अंजलि और लल्लन दोनों मजदूर के रूप में काम कर रहे थे। काम पर रखते समय दोनों ने अपनी असली पहचान का खुलासा नहीं किया था। लल्लन ने अंजलि को अपनी पत्नी के रूप में परिचय दिया था। लेकिन पूछताछ के दौरान, उसने बताया कि उसकी असली पत्नी सांप के काटने से सात महीने पहले ही मर चुकी है।

"उसकी हत्या करने के बाद वह फरार हो गया। हमें हत्या में इस्तेमाल किए गए हथौड़े और बेल्ट बरामद हो गए हैं और हम आरोपी से पूछताछ कर रहे हैं," पलम विहार के एसीपी नवीन कुमार ने बताया।

Advertisment

छोटी-छोटी बातों पर हत्या: जेंडर हिंसा का खौफनाक चेहरा

यह पहली बार नहीं है कि किसी व्यक्ति ने अपनी साथी की हत्या इसलिए कर दी क्योंकि उसने उसकी मांग पूरी नहीं की। एक अन्य घटना में एक पति ने सुबह की चाय देने में देरी होने पर अपनी पत्नी का सिर कलम कर दिया था। यह घटना गाजियाबाद के भोजपुर गांव में 19 दिसंबर, 2023 को हुई थी। बताया जाता है कि 52 वर्षीय धर्मवीर ने एक साधारण सी चाय बनाने में लगने वाले समय को लेकर हुई तीखी बहस के बाद अपनी 50 वर्षीय पत्नी सुंदरी, जो चार बच्चों की मां थी, की हत्या कर दी थी। उनके बच्चे दूसरे कमरे में सो रहे थे और उन्हें इस खौफनाक घटना का पता नहीं चला।

जेंडर रोल्स की जहरीली जड़ें

Advertisment

हमें इन घटनाओं से क्या सीखना चाहिए? पत्नी या साथी की तुच्छ बातों पर हत्या करना स्पष्ट रूप से लिंग आधारित सत्ता का खेल दिखाता है। यह दर्शाता है कि कैसे पुरुष अपनी महिला साथियों पर अपना वर्चस्व और दबाव बनाते हैं। उनके दिमाग में यह रूढ़ धारणा बैठी हुई है कि चाहे उनकी साथी कितनी भी व्यस्त हों, पुरुष साथी की मांगों को पूरा करना उनकी प्राथमिकता होनी चाहिए।

ज़रा कल्पना कीजिए, अगर एक आदमी को लगता है कि बिरयानी, अंडे की सब्जी या चाय न बनाने पर उसे अपनी पत्नी को मारने का हक है, तो आज भी शादियों में महिलाएं कितनी असुरक्षित हैं?

रसोईघर से मुक्ति और सम्मान का सवाल

Advertisment

आज भी, महिलाओं को रसोई के कामों तक सीमित रखा जाता है। उनसे उम्मीद की जाती है कि वे अपने कर्तव्यों के प्रति वफादार रहें, वरना उन्हें अपनी जान भी गंवानी पड़ सकती है। ऐसे माहौल में, जहां महिलाओं को रसोईघर की कैदी माना जाता है, रसोई के कामों से मुक्ति की मांग करना आसान नहीं है।

रसोईघर से मुक्ति केवल महिलाओं का मुद्दा नहीं है, यह लैंगिक समानता और सामाजिक न्याय का मुद्दा है। यह एक क्रांतिकारी बदलाव है, जिसे धीरे-धीरे लाना होगा। इसके लिए समाज के सभी वर्गों के लोगों की भागीदारी और प्रयासों की आवश्यकता होगी

gurugram partner महिला की हत्या Hammer
Advertisment