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Photograph: (Hindustan times)
Gurugram police arrest suspect in air hostess digital rape case: गुरुग्राम के प्रतिष्ठित मेदांता अस्पताल में एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने स्वास्थ्य सेवाओं की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक 46 वर्षीय एयर होस्टेस, जो अस्पताल में वेंटिलेटर पर थी, उसके साथ ICU में डिजिटल बलात्कार की घटना हुई। यह गंभीर आरोप अस्पताल के एक टेकनीशियन पर लगे हैं। गुरुग्राम पुलिस ने इस मामले में तत्परता दिखाते हुए टेकनीशियन को गिरफ्तार किया और पूरे घटनाक्रम की गहन जांच की। आइए जानें कैसे सामने आया यह मामला, आरोपी कौन है और पुलिस ने कैसे की उसकी गिरफ्तारी।
एयर होस्टेस के 'डिजिटल बलात्कार' मामले में गुरुग्राम पुलिस की तेज़ कार्रवाई, पकड़ा गया अपराधी
Hindustan times की खबर के अनुसार पश्चिम बंगाल की रहने वाली पीड़िता, जो एक फ्लाइट अटेंडेंट है, 31 मार्च को गुरुग्राम के सेक्टर 75 स्थित एक होटल में एयरलाइन ऑपरेटर के प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने आई थी। 5 अप्रैल को होटल के पूल में तैरने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसे मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया। 6 अप्रैल की रात, ICU में भर्ती महिला ने आरोप लगाया कि उसके साथ ICU में ही डिजिटल बलात्कार हुआ।
महिला के अनुसार, जब वह अर्धचेतन अवस्था में थी, तब रात करीब 9 बजे दो नर्सें उसके कपड़े और चादर बदल रही थीं। तभी एक पुरुष की आवाज़ सुनाई दी, जिसने नर्सों से किसी सूची की मांग की। फिर उसने नर्स से पीड़िता के कमरबंद का आकार पूछा और कहा कि वह खुद इसकी जांच करेगा। इसके बाद उस व्यक्ति ने कथित तौर पर चादर के नीचे हाथ डालकर उसके साथ डिजिटल बलात्कार किया। 14 अप्रैल को महिला ने सदर थाना, गुरुग्राम में शिकायत दर्ज कराई।
आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी
शिकायत दर्ज होने के बाद गुरुग्राम पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी मुख्यालय डॉ. अर्पित जैन की निगरानी में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। टीम में एसीपी सदर यशवंत यादव, एसीपी (महिला अपराध) डॉ. कविता, इंस्पेक्टर सुनील कुमार, इंस्पेक्टर गीता, इंस्पेक्टर अमित कुमार और एएसआई सोनिका जैसे वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
पुलिस ने आरोपी की पहचान के लिए अस्पताल में लगे 800 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और 50 से अधिक अस्पताल कर्मचारियों से पूछताछ की। ड्यूटी रोस्टर, एक्सेस लॉग और अन्य साक्ष्यों के आधार पर 25 वर्षीय दीपक कुमार को संदेह के घेरे में लिया गया। वह मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर का रहने वाला है और कुछ समय से गुरुग्राम में रह रहा था। दीपक मेदांता अस्पताल की ICU यूनिट में टेकनीशियन के तौर पर कार्यरत था और वह उपचार संबंधी मशीनों को संभालने की जिम्मेदारी निभा रहा था।
टेकनीशियन का बैकग्राउंड
दीपक कुमार ने एक निजी विश्वविद्यालय से ऑपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजी में स्नातक की डिग्री हासिल की थी। मेदांता अस्पताल में उसने करीब पाँच महीने पहले ही नौकरी शुरू की थी। प्रारंभिक पूछताछ में उसने घटना को स्वीकार किया है और बताया कि वारदात के समय वह ड्यूटी पर था।
आगे की कार्रवाई और जांच की स्थिति
आरोपी को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया और शनिवार को अदालत में पेश किया जाएगा, जहाँ पुलिस रिमांड की मांग की जाएगी ताकि विस्तृत पूछताछ हो सके। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इसके अलावा, फोरेंसिक रिपोर्ट और आगे की पूछताछ के आधार पर अतिरिक्त कार्रवाई की जाएगी।