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Hijab-Saffron Shawl Controversy: कॉलेजेस में बच्चों को हिजाब पहकर आने पर नहीं दी गयी एंट्री, हिन्दू आये भगवा शॉल पहकर

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Swati Bundela
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Hijab-Saffron Shawl Controversy: काफी समय से कर्नाटक में कुछ कॉलेज में बच्चों के हिजाब पहकर आने को लेकर कंट्रोवर्सी चल रही है। उडीपी डिस्ट्रिक्ट के कई सारे कॉलेजेस में मुस्लिम बच्चे अचानक से शाल पहकर कॉलेज में आने लगे। इसको लेकर कॉलेज ने इनका विरोध किया और इन्हें कॉलेज के अंदर एंट्री देने से मना भी कर दिया। ऐसा उडीपी के 5 कॉलेज में हो चुका है।

इस कंट्रोवर्सी की शुरुवात कहाँ से हुई? हिजाब पहनकर आ रही लड़कियों की क्या मांग है?

यह सबसे पहले एक उडीपी डिस्ट्रिक्ट के एक सरकारी PU कॉलेज से शुरू हुआ था। यह एक गर्ल्स कॉलेज था और यहाँ की मुस्लिम लड़कियां अचानक से हिजाब पहकर कॉलेज आने लगी थी। कॉलेज के टीचर्स ने इसको लेकर कहा कि यह पहले नॉर्मली जैसे सब बच्चे यूनिफार्म पहनकर आते हैं वैसे ही आती थीं लेकिन अचानक से फिर हिजाब पहनकर आने लगी। इन लड़कियों का यह भी कहना है कि अगर कॉलेज में एडमिशन के वक़्त इन्हें बताया गया होता कि इनको हिजाब पहकर एंट्री नहीं दी जाएगी तो इन्होंने किसी और कॉलेज में एडमिशन लिया होता। 

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ऐसा कर्नाटक के 2 कॉलेज, 1 उडीपी के और एक बेलगावी के कॉलेज में हो चुका है। ऐसी परिस्तिथि होने वाला पांचवा सोल्लगे बिंदूर जो कि उडीपी में ही आता है बना। यहाँ 300 बच्चे कॉलेज के बाहर इक्कठे हो गए थे जिन्होंने भगवा शॉल पहन रखा था। इसके अलावा यहाँ कुछ मुस्लिम महिलाएं भी इक्कठी हुई थीं जिन्होंने हिजाब पहन रखा था।

अभी लेटेस्ट हिजाब-भगवा शॉल को लेकर कंट्रोवर्सी कहा चल रही है?

सरकार ने इसको लेकर फैसला लिया कि किसी भी कॉलेज में यूनिफार्म के अलावा कुछ और पहकर आने की अनुमति नहीं होगी। बेलगावी के सरकारी PU कॉलेज में 10 से 15 बच्चे भगवा शॉल पहनकर कॉलेज में आये थे। इसके बाद इनको पुलिस ने और स्टाफ ने रोका जिसके बाद यह आम तरीके से कॉलेज की क्लासेज में गए थे। यह घटना इसी मंगलवार की है लेकिन यह कल शुक्रवार 4 फरवरी को सामने आये जब इसकी फोटोज और वीडियोस सभी जगह वायरल हुए।

इसके बाद इस कॉलेज के बच्चे और इनके माता पिता ने लगभग 100 हिन्दू लड़कों ने कॉलेज का विरोध किया इनको भगवा शॉल पहनकर कॉलेज में नहीं आने देने के लिए। इसके कारण टेंशन बढ़ने के कारण से कॉलेज के प्रिंसिपल ने एक दिन की छुट्टी कर दी थी और विरोध कर रहे बच्चों को घर जाने को कहा था। यह घटना आज शनिवार 5 फरवरी की ही है।



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