National Technology Day: आज भारत में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया जा रहा है। देश में प्रौद्योगिकी का एक अहम् योगदान रहा है। आज प्रौद्योगिकी के बल पर भारत पूरे संसार के सामने अपनी पहचान स्थापित कर चुका है। इस प्रौद्योगिक सफलता के पीछे देश के साइंटिस्ट, इंजीनियर और टैक्नीशियनों और प्रौद्योगिकी से किसी भी तरह जुड़े लोगों का बहुत महत्व रहा है।
मालूम हो प्रौद्योगिकी के बल पर ही आज भारत में डिजिटल इंडिया स्थापित हो पाया है। हम उन सभी देशों के साथ कंधे-से-कंधा मिलाकर चल पा रहे हैं जो प्रौद्योगिकी में सर्वश्रेष्ठ मानेे जाते हैं। प्रौद्योगिकी ही वो चीज है जिसके बल पर आज कठिन-से-कठिन काम को भी आसान तरह से पूरा किया जा रहा है।
क्यों मनाया जाता है प्रौद्योगिकी दिवस
प्रौद्योगिकी दिवस की घोषणा पूर्व स्वर्गीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी। दरअसल साल 1998 में 11 मई को भारत ने पोखरण में सफल परमाणु परीक्षण किया था। तकनीकी के महत्व को देखते हुए इसके दिवस की घोषणा हुई। 11 मई ही था जब देश ने पहला स्वदेशी विमान 'हंसा-3' का सफल परीक्षण किया था। इसी दिन त्रिशूल नामक मिसाइल का भी सफल परीक्षण हुआ था।
क्या होता है प्रौद्योगिकी दिवस के दिन
प्रौद्योगिकी दिवस को मनाने के लिए देशभर में सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान, तकनीकी संस्थान, शैक्षिण संस्थान और अन्य जगहोंं में तकनीक से जुड़े प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं। पोस्टर कॉम्पटीशन, सेमिनार और एग्जीबिशन आयोजित की जाती हैं। इस दिन तकनीक में विशिष्ट योगदान देने वाले वैज्ञानिकों को सम्मानित किया जाता है।
आज भारत के पास अपने विमान हैं, तकनीक है, परमाणु सफलता है, अपनी मिसाइलें और रॉकेट जैसी चीजें हैं। भारत के वैज्ञानिकों का विश्वभर में नाम है। शिक्षा के लिए दूर देश से बच्चे यहां पढ़ने आते हैं। तकनीक में आगे होने का ही परिणाम है कि भारत आज 5G में एंट्री कर चुका है। भारत का तकनीक में योगदान कई क्षेत्रों में देखा जा सकता है। इसमें शैक्षिण, व्यापारिक, संचार से जुड़े, चिकित्सकीय और ऐतिहासिक क्षेत्र शामिल हैं। भारत के प्रधानमंत्री सहित देशभर के नेता, मंत्री और आमजन प्रौद्योगिकी दिवस की बधाईयां सोशल मीडिया पर दे रहे हैं। आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5800 करोड़ रुपए की आधारशिला रख रहे हैं।