/hindi/media/media_files/2025/02/15/mml8VNvQrohMWy8D0AE9.png)
18 वर्षीय "सुपर स्केटर" श्रृष्टि धर्मेंद्र शर्मा और 14 वर्षीय "ह्यूमन कैलकुलेटर किड" आर्यन शुक्ला ने अपनी असाधारण प्रतिभा से न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। जहां एक ने अपने शानदार स्केटिंग कौशल से गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड जीता, वहीं दूसरे ने गणित के जटिल सवालों को कैलकुलेटर से भी तेज हल कर अपनी मेधा का प्रदर्शन किया।
'सुपर स्केटर' और 'ह्यूमन कैलकुलेटर' - दो भारतीय किशोरों की गिनीज रिकॉर्ड में ऐतिहासिक जीत
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने भी इंस्टाग्राम पर इन दोनों भारतीय किशोरों की उपलब्धियों को साझा कर उनकी सफलता की सराहना की। आइए, जानते हैं इनकी प्रेरणादायक कहानियां।
'सुपर स्केटर' श्रृष्टि धर्मेंद्र शर्मा
श्रृष्टि ने "50 मीटर में उतरते पोल्स के नीचे सबसे तेज़ लिम्बो स्केटिंग" करने का रिकॉर्ड 9.59 सेकंड में पूरा कर अपने नाम किया। यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने कोई रिकॉर्ड बनाया हो। श्रृष्टि 2015 से रिकॉर्ड तोड़ रही हैं, जब वह केवल 11 वर्ष की थीं।
महिला सशक्तिकरण की समर्थक श्रृष्टि ने इंटरव्यू में कहा:"सभ्य समाज के हर नागरिक को यह समझने की आवश्यकता है कि एक लड़की भी लड़के जितनी ही महत्वपूर्ण है।"
Fastest time to limbo under skate under descending poles over 50 meters 9.59 second by shrishti Dharmendra Sharma pic.twitter.com/EC4YAR8F6S
— Sports Trends12 (@LoveOver576867) February 14, 2025
अपनी लोकप्रियता को अच्छे कार्यों के लिए इस्तेमाल करते हुए, श्रृष्टि 'सेव अ गर्ल चाइल्ड' परियोजना से जुड़ी हुई हैं और इस अभियान को बढ़ावा देने के लिए अपने विश्व रिकॉर्ड का उपयोग कर रही हैं।
'ह्यूमन कैलकुलेटर किड' आर्यन शुक्ला
महाराष्ट्र के 14 वर्षीय गणितीय प्रतिभा के धनी आर्यन शुक्ला ने "50 पाँच-अंकीय संख्याओं को सबसे तेज़ समय में मानसिक रूप से जोड़ने" का रिकॉर्ड अपने नाम किया। इटली के प्रसिद्ध टीवी शो 'Lo Show Dei Record' के सेट पर, आर्यन ने एक ही दिन में छह रिकॉर्ड तोड़ दिए।
This needs to be seen to be believed.
— Guinness World Records (@GWR) February 12, 2025
Aaryan Shukla can do incredible mental maths additions in milliseconds. pic.twitter.com/JBbwNw0CtY
आर्यन ने इंटरव्यू में बताया कि वह रोज़ाना कई घंटे अभ्यास करते हैं और प्रतियोगिताओं के दौरान शांत और संयमित रहने के लिए सहज योग का अभ्यास करते हैं।
"प्रतियोगिता की तैयारी में रोज़ाना अभ्यास बहुत महत्वपूर्ण होता है, इसलिए मैं प्रतिदिन 5-6 घंटे अभ्यास करता हूँ। सहज योग ध्यान मुझे शांत और केंद्रित रहने में मदद करता है।"
रिकॉर्ड बनाने के अलावा, आर्यन को रोमांचक और रहस्यमयी किताबें पढ़ने, वीडियो गेम खेलने और क्रिकेट का शौक़ है।
श्रृष्टि और आर्यन जैसे युवा न केवल भारत का नाम रोशन कर रहे हैं, बल्कि नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा भी बन रहे हैं। उनकी मेहनत, समर्पण और असाधारण प्रतिभा यह साबित करती है कि भारतीय युवाओं में विश्व स्तर पर छाने की पूरी क्षमता है।