Advertisment

Jharkhand Health Worker Struggle : नदी पार कर के ड्यूटी के लिए जाती है

author-image
Swati Bundela
New Update
Jharkhand Health Worker Struggle - झारखण्ड की एक हेल्थ वर्कर की फोटो सभी जगह वायरल हो रही है। इस फोटो में महिला ने एक हाँथ में वैक्सीनेशन का डब्बा, दूसरे हाँथ में चप्पल और बैग और पीठ ओर बच्ची को टांग रखा है। ये नदी के पानी में खड़ी है और आधी डूबी हुई है। ये फोटो झारखण्ड के डिस्ट्रिक्ट IAS ने पोस्ट की तबसे ही ये फोटो पूरे सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस लड़की मंती का पति बेरोज़गार है और ये लौटी कमाने वाली है।

Advertisment


मंती कुमारी अपनी पीठ पर बच्ची को लेकर दूर दूर के सफर करती हैं क्योंकि बच्ची छोटी है और ये उसको पूरे दिन के लिए घर पर अकेला नहीं छोड़ सकती हैं। ऐसा लगता है कि दोनों ने देश में मेहनती कार्यकर्ताओं के दृढ़ संकल्प और दुर्दशा को उजागर किया है, पानी में कमर तक पानी में डूबी महिला के दृश्य ने नेटिज़न्स को ये सोचने पर मजबूर कर दिया है।

क्यों जाना पढता है मंती कुमारी को नदी पार कर के ?

Advertisment


द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, मंती कुमारी 20 साल की हैं और झारखंड में एक संविदा सहायक नर्स दाई (एएनएम) हैं। राज्य के रिमोट मॉइस्ट एरिया इलाकों में बच्चों को टीका लगाने का काम सौंपा, वह जंगलों और अन्य कठिन इलाकों से प्रतिदिन लगभग 40 किलोमीटर की यात्रा करती है।

Advertisment


कई ऑनलाइन और स्थानीय प्रकाशनों द्वारा वायरल तस्वीर में, वह कथित तौर पर केंद्र के नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत बच्चों को टीका लगाने के लिए लातेहार पहुंचने के लिए बुर्रा नदी पार कर रही थी।

इस एरिया के अफसर ने इस दुर्दशा को लेकर क्या कहा ?



चेतमा उप-जिले के एक चिकित्सा अधिकारी, जहां कुमारी तैनात हैं, ने कहा कि इलाका कठिन था, लेकिन “क्योंकि वह अपनी डेढ़ साल की बेटी के साथ पूरी दूरी नियमित रूप से तय करती है, यह वास्तव में सराहनीय है। ।" मंती कुमारी अपनी पीठ पर बच्ची को लेकर दूर दूर के सफर करती हैं क्योंकि इनकी बच्ची छोटी है और ये उसको पूरे दिन के लिए घर अपर अकेला नहीं छोड़ सकती हैं।
न्यूज़
Advertisment