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मिनिपोलिस में जॉर्ज फ्लॉयड, एक अफ्रीकन अमेरिकन आदमी की अमेरिकन कॉप्स द्वारा हत्या की निंदा करते हुए कई बॉलीवुड सेलिब्रिटीज रेसिस्म के खिलाफ 'ब्लैक लाइव्स मैटर(Black Lives Matter)' का ट्रेंड चला रहे हैं जिसमें प्रियंका चोपड़ा, करीना कपूर खान, करन जौहर दिशा पाटनी जैसे सेलिब्रिटीज शामिल हैं।
कंगना को ये पाखंड लगा और उन्होंने इस ट्रेंड और बॉलीवुड इंडस्ट्री को आड़े हाथों ले लिया।
कंगना ने साधा निशाना
पिंकविला से बात करते हुए कंगना रनौत ने इन सब पर निशाना साधा है। वो कहती हैं कि अमेरिका में होने वाले अन्याय की इनको कद्र है पर भारत मे जो अत्याचार होते हैं उनपर इन सेलिब्रिटीज़ का कभी कोई रिएक्शन नहीं आता।
आज़ादी से पहले वाले गुलामी के जीन्स अभी भी इनमें ज़िंदा
कंगना ने इंडस्ट्री का ये ट्रेंड चलाने के पीछे फेम को सबसे बड़ा कारण बताया है।
" वैसे भी बॉलीवुड का नाम हॉलीवुड से लिया गया है। शर्म की बात है कि ये सेलेब्रिटीज़ अभी भी अपने आसपास एक बबल बना कर रखते हैं और बहती गंगा में हाथ धोने से कभी पीछे नही हटते। इससे इनको 2 मिनट का फेम मिल जाता है। पर गंगा 'गोरों(white people)' की होनी चाहिए शायद इसकी वजह इनके आज़ादी से पहले गुलामी करने वाले जीन्स हैं।
प्राकृतिक मसलों पर भी बॉलीवुड ने देश के एनवारनमेंटलिस्ट( environmentalist) का साथ नही दिया
"हमारे देश के ये लोग प्राकृतिक मसलों पर बहुत अच्छा काम कर रहे हैं बिना किसी सपोर्ट और मदद के। कई लोगों को पद्म श्री से भी नवाजा गया है। मैं इनकी कहानियां सुनती हूँ तो मुझे बहुत गर्व होता है पर ये कहानियां सेलेब्रिटीज़ कभी शेयर नही करते। शायद साधु और ट्राइबल लोग इंडस्ट्री के लिए उतने फैंसी नहीं हैं।"
और पढ़िए - बॉलीवुड को गोरी चिट्टी लड़कियां पसंद हैं – सायानी गुप्ता
कंगना को ये पाखंड लगा और उन्होंने इस ट्रेंड और बॉलीवुड इंडस्ट्री को आड़े हाथों ले लिया।
कंगना ने साधा निशाना
पिंकविला से बात करते हुए कंगना रनौत ने इन सब पर निशाना साधा है। वो कहती हैं कि अमेरिका में होने वाले अन्याय की इनको कद्र है पर भारत मे जो अत्याचार होते हैं उनपर इन सेलिब्रिटीज़ का कभी कोई रिएक्शन नहीं आता।
"कुछ ही हफ्ते पहले पालघर में साधुओं की भीड़ द्वारा हत्या की गई, पर किसी ने कुछ नही बोला जबकि ये महाराष्ट्र में हुआ है जहाँ ये सब रहते हैं।"
आज़ादी से पहले वाले गुलामी के जीन्स अभी भी इनमें ज़िंदा
कंगना ने इंडस्ट्री का ये ट्रेंड चलाने के पीछे फेम को सबसे बड़ा कारण बताया है।
" वैसे भी बॉलीवुड का नाम हॉलीवुड से लिया गया है। शर्म की बात है कि ये सेलेब्रिटीज़ अभी भी अपने आसपास एक बबल बना कर रखते हैं और बहती गंगा में हाथ धोने से कभी पीछे नही हटते। इससे इनको 2 मिनट का फेम मिल जाता है। पर गंगा 'गोरों(white people)' की होनी चाहिए शायद इसकी वजह इनके आज़ादी से पहले गुलामी करने वाले जीन्स हैं।
प्राकृतिक मसलों पर भी बॉलीवुड ने देश के एनवारनमेंटलिस्ट( environmentalist) का साथ नही दिया
कंगना ये भी कहती हैं कि एनवायरनमेंट इश्यूज पर भी ये सेलेब्रिटीज़ एक टीनएज लड़की का सपोर्ट करते हैं अपने देश के कई वृद्ध महिलाओं और बच्चों को छोड़कर।
"हमारे देश के ये लोग प्राकृतिक मसलों पर बहुत अच्छा काम कर रहे हैं बिना किसी सपोर्ट और मदद के। कई लोगों को पद्म श्री से भी नवाजा गया है। मैं इनकी कहानियां सुनती हूँ तो मुझे बहुत गर्व होता है पर ये कहानियां सेलेब्रिटीज़ कभी शेयर नही करते। शायद साधु और ट्राइबल लोग इंडस्ट्री के लिए उतने फैंसी नहीं हैं।"
और पढ़िए - बॉलीवुड को गोरी चिट्टी लड़कियां पसंद हैं – सायानी गुप्ता