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Kannauj Father Who Murdered His Daughter And Filed A False Kidnapping Case Is Arrested: उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक दलित पिता ने अपनी ही 17 वर्षीय बेटी की हत्या कर दी और फिर उसे अपहरण का मामला दिखाने की कोशिश की। मामला तब खुला जब पुलिस ने तीन महीने की जांच के बाद सच्चाई उजागर की और आरोपी पिता समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना ने समाज में जाति और धर्म के नाम पर रिश्तों की स्वीकृति को लेकर बहस छेड़ दी है।
कन्नौज कांड: बेटी की हत्या कर झूठा अपहरण का केस दर्ज करने वाले पिता को किया गया गिरफ्तार
Indian Express की खबर के अनुसार, उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले के ठठिया इलाके में तीन महीने पहले दर्ज हुई एक 17 वर्षीय दलित लड़की के अपहरण की शिकायत अब एक जघन्य हत्या में तब्दील हो गई है। पुलिस ने जांच के बाद लड़की के पिता महेंद्र जाटव (48) समेत तीन लोगों को उसकी हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि महेंद्र अपनी बेटी अंजलि के गांव के ही एक अन्य धर्म के युवक से संबंधों से बेहद नाराज़ था।
अधिकारियों के मुताबिक, जब अंजलि ने युवक से शादी की इच्छा जताई, तो परिवार ने उसे कड़ी चेतावनी दी। 4 फरवरी को अंजलि को उस युवक से बात करते हुए देखने के बाद उसका भाई संदीप उसे घर ले आया। अगले ही दिन, महेंद्र ने कथित तौर पर अंजलि की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या में उसके दो साथी, अरविंद जाटव (35) और अर्पित (21) भी शामिल थे, जिन्होंने लड़की के हाथ-पैर पकड़े, जबकि संदीप ने दुपट्टे से गला घोंटा।
हत्या के बाद आरोपियों ने इसे आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को पंखे से लटकाया, लेकिन बाद में झूठी कहानी को मजबूती देने के लिए शव को मोटरसाइकिल से गांव के बाहरी इलाके में ले जाकर जला दिया। पुलिस का कहना है कि उन्होंने झाड़ियों से लकड़ियाँ इकट्ठा कर शव को आग के हवाले किया ताकि सबूत मिटाए जा सकें।
इसके बाद महेंद्र ने ठठिया थाने में बेटी के अपहरण की झूठी शिकायत दर्ज कराई। पुलिस को जब घटनाक्रम पर शक हुआ, तो उन्होंने पूछताछ की और सच्चाई सामने आई। बरामद अवशेषों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
सर्किल ऑफिसर प्रियंका बाजपेयी ने बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि संदीप की तलाश जारी है। यह मामला न केवल एक पिता की क्रूरता को उजागर करता है, बल्कि समाज में अंतर्जातीय व अंतरधार्मिक संबंधों को लेकर व्याप्त पूर्वाग्रहों पर भी सवाल उठाता है।