Madhya Pradesh Election: आजकल महिलाओं को हर जगह आगे करने के लिए सर्कार और सेण्टर कई कदम उठा रहे हैं। महिलाओं के लिए रिजर्वेशन किये जा रहे हैं और कई तरीके की स्कीमें भी लायी जा रही हैं। मध्य प्रदेश में फ़िलहाल लोकल बॉडी इलेक्शन चल रहे हैं और एक गाँव में चमत्कार देखने को मिला।
क्या है पूरी न्यूज़?
मध्य प्रदेश का एक गाँव है जिसका नाम है दामखेड़ा। दामखेड़ा भोपाल से सिर्फ 50 km दूर है। इस गाँव में पांच और सरपंच सभी महिलाएं बनी हैं। इस गाँव में फूलबाई कुशवाहा ने अपने पति के साथ बस एक डमी परचा भरा था लेकिन यह सच में खुद ही सरपंच बन बैठीं।
इस गाँव में सभी पोस्ट पर महिलाएं और इनको निर्विरोध जिताया गया है। ऐसा कहा जा रहा है कि इनके पति के विरोध में एक तीसरे इंसान ने भी परचा भरा था लेकिन सभी पुरषों ने अपने पर्चे वापस कर आखिर में फूलबाई को जिता दिया। इनके अलावा 17 और महिलाएं चुनी गयी हैं जिसके होने से यह ऐसा पहला गाँव बना है जहाँ सिर्फ महिलाएं हैं वो भी बिना किसी रिजर्वेशन के।
कैसे जीती सभी महिलाएं?
मीडिया रिपोर्ट्स के हिसाब से पर्चे वापस लेने से पहले सभी गाँव के बुजुर्ग लोगों ने और कैंडिडेट ने एक मीटिंग की थी। इस मीटिंग में इन्होंने एक स्ट्रेटेजी के तौर पर ऐसा डिसाइड कर लिया था कि सभी सभी पुरुष अपने पर्चे वापस ले लेंगे।
इसका एक बड़ा कारण यह भी है कि सर्कार ने 15 लाख का इनाम देने की घोषणा की है अगर एक गाँव की सरपंच और बाकि सभी पोस्टों पर महिला जीतती है वो भी निर्विरोध। गाँव वालों ने सोचा यह पैसा इनके गाँव के विकास के लिए काम आ सकता है और मंदिर का काम चल रहा है उस में भी मदद होगी।
ऐसा डिसाइड होने के बाद फूलबाई के पति लक्ष्मण विश्वकर्मा और एक और कैंडिडेट ने अपना परचा वापस ले लिए थे और फूलबाई को निर्विरोध जितवा दिया था। ऐसा पहली बार हुआ है जब बिना किसी रिजर्वेशन के एक गाँव में पूरी महिलाओं की पंचायत है वो भी निर्विरोध।