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Photograph: (News18 Hindi)
Massive earthquake strikes Myanmar and Thailand: म्यांमार और थाईलैंड में शुक्रवार को आए भीषण भूकंप से कई इमारतें ध्वस्त हो गईं, जिससे बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए। इस विनाशकारी घटना के बाद कई इलाकों में आपातकाल घोषित कर दिया गया है। भूकंप का प्रभाव इतना तीव्र था कि इसकी तीव्रता 7.7 और 6.4 मापी गई, जिससे मेट्रो और रेल सेवाओं को बंद करना पड़ा। इस आपदा ने म्यांमार, थाईलैंड, भारत के पूर्वोत्तर राज्यों, बांग्लादेश और चीन के दक्षिणी हिस्से को हिला कर रख दिया।
म्यांमार और थाईलैंड में भीषण भूकंप: कई इमारतें ढही, कई लोगों की मौत
भूकंप के प्रभाव से करीब 900 किलोमीटर दूर बैंकॉक में भी जबरदस्त झटके महसूस किए गए, जिससे एक ऊंची इमारत चतुचक जिले में ढह गई। इस हादसे में तीन मजदूरों की मौत हो गई और 40 से अधिक लोग मलबे में फंस गए। राहत और बचाव कार्य जारी है। इस त्रासदी के कारण राजधानी बैंकॉक में सरकारी प्रशासन ने आपातकाल घोषित कर दिया और मेट्रो, हवाईअड्डे व अन्य सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया।
म्यांमार में ऐतिहासिक स्थलों को नुकसान, तीन की मौत
म्यांमार के मांडले क्षेत्र में स्थित 90 साल पुराना एवा ब्रिज भूकंप के झटकों से ढह गया और इरावदी नदी में गिर गया। इसके अलावा, एक मस्जिद आंशिक रूप से ध्वस्त हो गई, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई। सोशल मीडिया पर साझा की गई तस्वीरों में मांडले की सड़कों पर मलबे के ढेर और क्षतिग्रस्त धार्मिक स्थलों को देखा जा सकता है। राजधानी नेपीडॉ में कई सड़कें फट गई हैं, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया है।
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— Night Haber (@NightHaberAjans) March 28, 2025
Myanmar'da 7.7 şiddetinde deprem meydana geldi... pic.twitter.com/9TtEGNutfg
प्रत्यक्षदर्शियों ने सुनाई भयावह आपबीती
भूकंप के बाद लोगों में भय और दहशत का माहौल है। मांडले के एक निवासी ने बताया कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने एक पांच मंजिला इमारत को गिरते देखा। इसी तरह, बैंकॉक में मौजूद स्कॉटलैंड के एक पर्यटक ने कहा, "अचानक पूरी इमारत हिलने लगी, लोग घबराहट में एस्केलेटर से नीचे भागने लगे, मॉल के अंदर अफरा-तफरी मच गई।" सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में 30 मंजिला गगनचुंबी इमारत से इन्फिनिटी पूल का पानी बहता नजर आया, जबकि निर्माणाधीन ऊंची इमारतें धूल के गुबार में समा गईं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताई संवेदना, भारत ने की सहायता की पेशकश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस भूकंप त्रासदी पर गहरी चिंता व्यक्त की और भारत की ओर से हरसंभव मदद देने की पेशकश की। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "सभी की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना करता हूँ। भारत हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है। इस संबंध में, हमने अपने अधिकारियों को स्टैंडबाय पर रहने के लिए कहा है।"
Spoke with Senior General H.E. Min Aung Hlaing of Myanmar. Conveyed our deep condolences at the loss of lives in the devastating earthquake. As a close friend and neighbour, India stands in solidarity with the people of Myanmar in this difficult hour. Disaster relief material,…
— Narendra Modi (@narendramodi) March 29, 2025
भूकंप के पीछे वैज्ञानिक कारण
संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, म्यांमार में भूकंप आना आम बात है, क्योंकि यह क्षेत्र सागाइंग फॉल्ट के पास स्थित है। यह फॉल्ट देश के केंद्र से उत्तर-दक्षिण दिशा में फैला हुआ है। 2016 में भी म्यांमार के बागान में 6.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिससे कई ऐतिहासिक इमारतों को नुकसान पहुंचा था।
भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य जारी है और स्थानीय प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है कि अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके।