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मीनाक्षी ने किसानों को कहा मवाली
केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी ने विरोध कर रहे किसानों को मवाली कहा है। दरअसल भाजपा हेड क्वार्टर्स में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चल रहे किसानों के विरोध पर एक सवाल पूछा गया था। जिस पर लेखी ने कहा था कि “फिर किसान आप उन लोगों को बोल रहे हैं, मवाली हैं वो।"
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि "26 जनवरी को जो हुआ वह शर्मनाक, आपराधिक गतिविधियां थी। विपक्ष ने ऐसी गतिविधियों को बढ़ावा दिया है।"
लेखी ने किसान विरोध को लेकर लगाया आरोप
लेखी ने यह भी कहा कि "प्रोटेस्टर कुछ लोगों के कहने पर कर रहे हैं। “किसानों के पास जंतर मंतर पर बैठने का समय नहीं है। वे अपने खेतों में काम कर रहे हैं। उनके पीछे बिचौलिए हैं, जो नहीं चाहते कि किसानों को लाभ मिले।"
लेखी ने मांगी माफी
हालांकि बाद में उन्होंने इस बात के लिए माफी मांग ली थी। लेखी ने कहा कि "मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। सवालों के दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस पूरी तरह से अलग विषय पर थी। कुछ भी हो, अगर मेरे शब्दों से किसानों को ठेस पहुंची है, तो मैं उन्हें वापस लेता हूं और मैं माफी मांगता हूं।"
अमरिंदर सिंह ने की इस्तीफा की मांग
मीनाक्षी लेखी के बयान के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मवाली कहने वाली बात पर निंदा की। उन्होंने कहा कि "असहमति और विरोध की सभी आवाजों को दबाने के लिए रूलिंग पार्टी के बेशर्म प्रयासों के बाद भी, वह किसानों के भावना को तोड़ने में विफल रहे है।” इसके अमरिंदर सिंह ने मीनाक्षी लेखी के इस्तीफा की भी मांग की।
मीनाक्षी किसानों कहा मावली