इंदौर के 10 साल के आदित्य तिवारी को ‘भारत का ट्रैफिक सिपाही’ कहा जा रहा है। वे अपने बनाए गीतों को गाकर सड़कों पर यातायात नियमों के बारे में जागरूकता फैला रहे हैं।
युवा देश का भविष्य है और आदित्य इस बात को साबित कर रहे हैं। वे इंदौर की सड़कों पर यातायात जागरूकता फैलाने के लिए अपने तरीके से काम कर रहे हैं। उन्होंने खुद के बनाए गीतों को गाकर लोगों को ट्रैफिक नियमों के बारे में बताना शुरू किया। उनके इस अनोखे तरीके ने लोगों का ध्यान खींचा है और सभी उनकी तारीफ कर रहे हैं।
भारत का ट्रैफिक सिपाही: 10 साल का आदित्य तिवारी
ट्रैफिक संभालने में आदित्य का योगदान
एएनआई द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो में आदित्य के काम करने का तरीका दिखाया गया है। वे कैमरे वाले कपड़े पहनकर ट्रैफिक सिग्नल पर खड़े होकर अपने गीत गाते हैं और लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करते हैं। इंदौर के ट्रैफिक पुलिस अधिकारी भी उनकी मदद करते हैं और उन्हें शुरुआत से ही सपोर्ट कर रहे हैं।
वीडियो में आदित्य को हेलमेट पहने लोगों को स्माइली फेस वाले स्टिकर देते हुए भी दिखाया गया है। वे उनसे कहते हैं, “आपने हेलमेट पहना है, ट्रैफिक नियमों का पालन किया है। ये मेरी तरफ से।” वे लोगों को चॉकलेट भी बांटते हैं।
सोशल मीडिया पर भी लोगों ने आदित्य की तारीफ की। एक यूजर ने लिखा, “आदित्य तिवारी जैसे युवा हमारे देश के लिए प्रेरणा हैं। वे हमारे देश को सुरक्षित बना रहे हैं।”
#WATCH | Indore, Madhya Pradesh: A 10-year-old boy named Aditya Tiwari spreads awareness about the traffic rules by singing self-composed songs. pic.twitter.com/K444jXZOe5
— ANI (@ANI) August 18, 2024
परिवार का सहयोग
आदित्य की माँ संगीता तिवारी का कहना है कि वे अपने बेटे का पूरा साथ देती हैं और जब भी वह काम करता है, उसके साथ रहती हैं। आदित्य का सपना सिपाही बनने का है। उन्हें गाना पसंद है और वे सिपाही की तरह कपड़े पहनकर लोगों को ट्रैफिक नियमों के बारे में बताते हैं। वे सात साल की उम्र से यह काम कर रहे हैं।
ट्रैफिक सिपाही का सम्मान
ट्रैफिक एजुकेशन विंग ने आदित्य को ‘भारत का ट्रैफिक सिपाही’ का खिताब दिया है। इस विंग के सुमंत सिंह ने बताया कि आदित्य की वजह से ट्रैफिक नियमों के बारे में जागरूकता फैलाने में काफी कामयाबी मिली है। वे आदित्य का ख्याल रखते हैं और उन्हें सुरक्षा नियम सिखाते हैं। आदित्य अब ट्रैफिक परिवार का हिस्सा बन गए हैं।
आदित्य के पास एक आईडी कार्ड, नेमप्लेट और सीटी भी है और वे ड्यूटी करते समय ऑफिशियल जैकेट पहनते हैं।
10 साल के आदित्य तिवारी ने अपनी छोटी सी उम्र में ही एक बड़ी जिम्मेदारी उठाई है। वे देश के लिए एक मिसाल बन गए हैं और लोगों को ट्रैफिक नियमों के पालन के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उनके इस काम से साबित होता है कि उम्र कोई बाधा नहीं होती जब बात देश सेवा की हो।