Meghalaya Election 2023: भारतीय जनता पार्टी ने अपना घोषणापत्र आज मेघालय में जारी कर दिया है। यहां बीजेपी पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने जनता को संबोधित करते हुए घोषणापत्र से जुड़े पहलू साझा किए।
27 फरवरी को मेघालय में होने हैं चुनाव
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने मेघालय में होने वाले अगामी विधानसभा चुनावों को लेकर बीजेपी का घोषणापत्र आज जारी कर दिया। बता दें मेघालय में इस वर्ष 2023 में हाल ही में 27 फरवरी से विधानसभा चुनाव हैं। इन विधानसभा चुनावों का रिजल्ट 2 मार्च 2023 को घोषित हो जाएगा। इस समय मेघालय में नेशनल पीपुल्स पार्टी और बीजेपी की गठबंधन सरकार है। हालांकि वर्ष 2023 के विधानसभा इलेक्शन में दोनों पार्टी इंडीपेंडेंटली लड़ रही हैं।
पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने ट्विटर पर किया लाइव
बीजेपी ने अपने मेघालय विज़िट में घोषणापत्र जारी किया है। आज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने घोषणापत्र पढ़ते हुए कई अहम् जानकारियां दी हैं। बीजेपी के घोषणापत्र के अनुसार पीएम किसान सम्मान निधि में 2 हज़ार रुपए की और वृद्धि की जाएगी। सातवां वेतन आयोग को दोबारा लागू कर दिया जाएगा। अपने घोषणापत्र का लाइव बीजेपी पार्टी अध्यक्ष ने अपने ऑफ़ीशियल ट्वीटर हैंडल से भी शेयर किया है।
महिलाओं के लिए कई बड़े वादे
घोषणापत्र में महिलाओं के लिए कई बड़े एलान किए गए हैं। घोषणापत्र के अनुसार जिस घऱ में बेटी पैदा होगी उस परिवार को 50 हज़ार रुपए का बांड मिलेगा वहीं बेटियों की शिक्षा शुरुआत यानि किंडरगार्डन से लेकर परास्नातक तक का खर्चा सरकार उठाएगी। इसके साथ ही घोषणापत्र में विधवा महिलाओं और सिंगल मदर्स के लिए भी बड़े वादे हैं।
सिंगल मदर्स और विधवा महिलाओं के लिए घोषणा
बीजेपी के घोषणापत्र के अनुसार विधवा महिलाओं और सिंगल मदर्स के प्रति सरकार प्रतिबद्ध है। घोषणापत्र में ऐसी महिलाओं को 24 हज़ार रुपए सालाना की मदद को लेकर सरकार योजना बनाएगी। इसका उद्धेश्य उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त करना है। इसके साथ ही सरकार ने उज्जवला योजना में भी परिवर्तन किया है। घोषणापत्र के अनुसार उज्जवला योजना के तहत लाभार्थी परिवारों को 02 एलपीजी सिलेंडर दिए जाएंगे।
बता दें बीजेपी पार्टी मेघालय में सरकार बनाने के लिए लगातार कार्ययोजना तैयार कर रही है। इसका एक कारण और है आने वाले लोकसभा चुनाव। 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में मेघालय में होने वाले विधानसभा चुनावों की जीत से लोकसभा चुनावों को लेकर पार्टी को थोड़ा अंदेशा लग जाएगा। हालांकि परिणाम विपरीत भी हो जाते हैं।