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सौम्या संतोष बॉडी : सौम्या संतोष का शव भारत पहुंचा: केरल की मूल निवासी सौम्या संतोष का शव, एक भारतीय मूल की महिला, जो 11 मई को इज़राइल शहर अशकलोन में मारी गयी थी, शनिवार (15 मई) सुबह नई दिल्ली पहुंचा । केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री (MoS) वी मुरलीधरन ने उनके पार्थिव शरीर का स्वागत किया और इजरायल के डेप्युटी एन्वॉय रोनी येदिदिया क्लेन ने उन्हें अंतिम सम्मान दिया।
रिपोर्ट्स के अनुसार मुरलीधरन ने ट्वीट किया, "मैं सुश्री सौम्या के परिवार के दर्द और पीड़ा के प्रति सहानुभूति रखता हूं।" उन्होंने यह भी कहा कि वह मृतक केयरटेकर के परिवार के दर्द और पीड़ा के प्रति सहानुभूति रखते हैं। "उन्हें इस दुःख से उभरने की और अधिक ताकत मिले।"
32 वर्षीय इसराइल में गाजा बॉर्डर के पास हवाई हमले के दौरान मरी गयी संतोष एक 80 वर्षीय महिला के साथ घर में थी, जिनकी देखभाल के लिए उन्हें नियुक्त किया गया था। जब रॉकेट घर से टकराया तब वह अपने पति के साथ एक वीडियो कॉल कर रही थी। चैनल 12 की रिपोर्ट के मुताबिक इलाके में बम शेल्टर बुजुर्ग महिला के घर से करीब एक मिनट की दूरी पर है. न तो बूढ़ी औरत और न ही संतोष वहां जा सकी ।
मूल रूप से केरल के इडुक्की की रहने वाली संतोष मंगलवार को हुए रॉकेट हमले से नहीं बच सकी। उनके निधन के बाद तेल अवीव में इंडियन अम्बेसडर ने उनके पार्थिव शरीर को केरल वापस लाने की व्यवस्था की। उनके परिवार ने खुलासा किया कि संतोष पिछले सात सालों से इज़राइल में रह रही थी जबकि उनके पति और नौ साल का बेटा केरल में रहते है।
शुक्रवार को मुरलीधरन ने वादा किया था कि उनका शव इस्राइल से केरल लौटा दिया जाएगा और वह व्यक्तिगत रूप से दिल्ली में अवशेषों को प्राप्त करेंगे। उनका पार्थिव शरीर चार्टर्ड फ्लाइट से देश पहुंचा और दोपहर तक नेदुंबसे पहुंच जाएगा। यह दिन में बाद में इडुक्की के कीरीथोड पहुंचेगा।
इससे पहले मुरलीधरन ने केरल में शोक संतप्त परिवार से बात की थी और भारत सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया था। उन्होंने एक ट्वीट में बताया था कि नई दिल्ली ने "यरूशलेम में हमलों और हिंसा" की निंदा की और दोनों पक्षों से स्थिति पर कण्ट्रोल करने का आग्रह किया।
रिपोर्ट्स के अनुसार मुरलीधरन ने ट्वीट किया, "मैं सुश्री सौम्या के परिवार के दर्द और पीड़ा के प्रति सहानुभूति रखता हूं।" उन्होंने यह भी कहा कि वह मृतक केयरटेकर के परिवार के दर्द और पीड़ा के प्रति सहानुभूति रखते हैं। "उन्हें इस दुःख से उभरने की और अधिक ताकत मिले।"
32 वर्षीय इसराइल में गाजा बॉर्डर के पास हवाई हमले के दौरान मरी गयी संतोष एक 80 वर्षीय महिला के साथ घर में थी, जिनकी देखभाल के लिए उन्हें नियुक्त किया गया था। जब रॉकेट घर से टकराया तब वह अपने पति के साथ एक वीडियो कॉल कर रही थी। चैनल 12 की रिपोर्ट के मुताबिक इलाके में बम शेल्टर बुजुर्ग महिला के घर से करीब एक मिनट की दूरी पर है. न तो बूढ़ी औरत और न ही संतोष वहां जा सकी ।
मूल रूप से केरल के इडुक्की की रहने वाली संतोष मंगलवार को हुए रॉकेट हमले से नहीं बच सकी। उनके निधन के बाद तेल अवीव में इंडियन अम्बेसडर ने उनके पार्थिव शरीर को केरल वापस लाने की व्यवस्था की। उनके परिवार ने खुलासा किया कि संतोष पिछले सात सालों से इज़राइल में रह रही थी जबकि उनके पति और नौ साल का बेटा केरल में रहते है।
शुक्रवार को मुरलीधरन ने वादा किया था कि उनका शव इस्राइल से केरल लौटा दिया जाएगा और वह व्यक्तिगत रूप से दिल्ली में अवशेषों को प्राप्त करेंगे। उनका पार्थिव शरीर चार्टर्ड फ्लाइट से देश पहुंचा और दोपहर तक नेदुंबसे पहुंच जाएगा। यह दिन में बाद में इडुक्की के कीरीथोड पहुंचेगा।
इससे पहले मुरलीधरन ने केरल में शोक संतप्त परिवार से बात की थी और भारत सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया था। उन्होंने एक ट्वीट में बताया था कि नई दिल्ली ने "यरूशलेम में हमलों और हिंसा" की निंदा की और दोनों पक्षों से स्थिति पर कण्ट्रोल करने का आग्रह किया।