Advertisment

मुंबई में सड़क दुर्घटना! ऑटो चालक की दरिंदगी ने ली 75 साल की महिला की जान

मुंबई में एक बुजुर्ग महिला को बाइक ने टक्कर मार दी। दुर्घटना के बाद ऑटो चालक ने महिला को अस्पताल ले जाने के बजाय बीच रास्ते में छोड़ दिया, जिसके कारण देरी से इलाज मिलने पर उनकी मौत हो गई।

author-image
Vaishali Garg
New Update
Crime (Freepik)

Mumbai Woman Dies After Auto Driver Refuses Help Following Accident : मुंबई की एक 75 वर्षीय महिला की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। गरीब तबके से ताल्लुक रखने वाली इस महिला को बाइक ने टक्कर मार दी थी। दुर्घटना के बाद उसे अस्पताल ले जाने के बजाय ऑटो रिक्शा चालक ने उसे बीच रास्ते में छोड़ दिया, जिसके कारण देरी से इलाज मिलने पर उसकी मौत हो गई। 

Advertisment

मुंबई में सड़क दुर्घटना! ऑटो चालक की दरिंदगी ने ली 75 साल की महिला की जान 

देर रात की सैर के बाद लापता हुई बुजुर्ग महिला

30 मई को मुंबई की रहने वाली एक 75 वर्षीय महिला लक्ष्मी कमला सयानी देर रात की सैर के लिए निकली थीं। वह बोरीवली (पश्चिम) के कस्तूरी पार्क की रहने वाली थीं और आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से ताल्लुक रखती थीं। वह हमेशा की तरह रात की सैर पर गईं, लेकिन वापस नहीं लौटीं। उनके परिवार वालों ने उन्हें काफी देर तक तलाश किया और फिर पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। 

Advertisment

दो दिन बाद मिला शव, ऑटो चालक की लापरवाही आई सामने

परिवार को 1 जून को स्थानीय लोगों से पता चला कि 30 मई को, उसी रात जिस दिन महिला लापता हुई थीं, दहिसर पुल पर एक दुर्घटना हुई थी। यह सुनकर परिवार वाले उन्हें ढूंढने के लिए अस्पताल-दर-अस्पताल दौड़ने लगे। उसी बीच पुलिस ने उन्हें सूचित किया कि कमान इलाके में सड़क किनारे एक महिला का शव मिला है, जिसका हुलिया उनकी गुमशुदा रिश्तेदार से मेल खाता है। 

सयानी के नाती गणेश जांबुले ने नाला सोपारा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के पोस्टमार्टम केंद्र में पहुंचकर शव की पहचान अपनी दादी के रूप में की। जांच के बाद पुलिस को पता चला कि दहिसर में एक अज्ञात बाइक सवार ने महिला को टक्कर मार दी थी और उनकी मदद किए बिना फरार हो गया था। दुर्घटना में महिला के सिर, हाथ-पैर और सीने में गंभीर चोटें आई थीं और उन्हें काफी खून बह रहा था।

Advertisment

ऑटो चालक की क्रूरता ने ली जान

स्थानीय लोगों ने घायल महिला को अस्पताल ले जाने के लिए एक ऑटोरिक्शा चालक को रोका। लेकिन आरोप है कि वह महिला को शिल्लोटर गांव के भिवंडी रोड स्थित कमान इलाके में सड़क किनारे छोड़कर फरार हो गया। दुर्घटनास्थल से यह जगह लगभग 20 किलोमीटर दूर है। पुलिस का कहना है कि अगर बाइक सवार या ऑटोरिक्शा चालक ने घायल महिला की मदद की होती तो शायद उनकी जान बच सकती थी। 

जांबुले ने एमएचबी पुलिस में भारतीय दंड संहिता की धारा 304ए (लापरवाही से मौत का कारण बनना), 201 (अपराध का सबूत मिटाना), और 337 (किसी व्यक्ति को इस तरह की लापरवाही या उतावलेपन से चोट पहुँचाना जिससे मानव जीवन या अन्य लोगों की सुरक्षा खतरे में पड़ जाए) के तहत मामला दर्ज कराया है। 

Advertisment

इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और मानवीयता के महत्व को रेखांकित किया है। लापरवाही से वाहन चलाने वाले और घायल की मदद न करने वाले लोगों के कारण ऐसी घटनाएं हो जाती हैं। 

Accident Mumbai Woman Dies
Advertisment