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Mumbai Woman Poses as RBI Official, Dupes Relative of Rs 96 Lakhs : मुंबई पुलिस ने एक 34 वर्षीय महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया है जिसने कथित तौर पर भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की अधिकारी बनकर अपने 67 वर्षीय रिश्तेदार को धोखा दिया। आरोपी महिला ने अपने शारीरिक रूप से अक्षम बेटे के भविष्य के लिए जमा की गई जमापूंजी में से 96 लाख रुपये ठग लिए।
महिला ने RBI अधिकारी बनकर की धोखाधड़ी
आरोपी महिला मृदुला किरण सुर्वे उर्फ मृदुला अरवि ओमकार भोसले ने पीड़ित, जो भारतीय संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के 67 वर्षीय सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं, को यह झांसा दिया कि अगर वे RBI के बॉन्ड/शेयरों में निवेश करते हैं तो उन्हें हर महीने 2 लाख रुपये मिलेंगे। गौरतलब है कि आरोपी महिला ने उनकी पासबुक से छेड़छाड़ भी की और उन्हें धोखा देने के लिए फर्जी प्रमाण पत्र और दस्तावेज़ पेश किए।
महिला ने रिश्तेदार को लगाया चूना
आरोप के अनुसार, आरोपी महिला ने वर्ष 2016 में एक पारिवारिक समारोह में गोविंद राने नामक व्यक्ति से संपर्क किया। उसने खुद को RBI की कर्मचारी बताते हुए "RBI शेयरों" में निवेश का एक आकर्षक स्कीम पेश किया।
पीड़िता की कहानी
लालबाग, मुंबई में रहने वाले राने ने पुलिस अधिकारियों को अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने बताया कि 2014 में उनकी पत्नी के गुज़र जाने के बाद से वह और उनका विशेष रूप से सक्षम बेटा क्रमशः गोराई और विरार स्थित आश्रमों में रह रहे हैं। उन्होंने अपने बेटे के भविष्य के लिए चिंता व्यक्त की और उसके लिए एक निश्चित आय की इच्छा जताई ताकि उसका ख्याल रखा जा सके।
जालसाजी का तरीका
पुलिस के अनुसार, आरोपी महिला ने कथित तौर पर राने को बताया कि RBI ने उन लोगों के लिए एक नई योजना शुरू की है जो उनके शेयरों में निवेश करेंगे, जिससे उन्हें हर महीने 2 लाख रुपये मिलेंगे और वह अपने विकलांग बेटे का भविष्य सुरक्षित कर सकेंगे।
गौरतलब है कि बांद्रा के खेरवाड़ी निवासी राने शुरू में निवेश करने के लिए अनिच्छुक थे क्योंकि उन्हें अपने बेटे के इलाज के लिए पैसे की जरूरत थी, लेकिन महिला की बातों पर भरोसा करते हुए उन्होंने शुरुआत में उसके माध्यम से RBI बॉन्ड में 22 लाख रुपये का निवेश किया।
कैसे चला लंबे समय तक ये फर्जीवाड़ा?
वर्ष 2017 से 2023 तक, महिला ने RBI निवेश और विभिन्न योजनाओं के बहाने बुजुर्ग से 96 लाख रुपये की धनराशि (बड़ी रकम) हड़प ली। महिला ने कुछ लोगों को राने से फोन पर RBI अधिकारी के रूप में बात करने के लिए भी कहा और जाली प्रमाण पत्र और बैंक पासबुक दिखाकर उन्हें यह विश्वास दिलाया कि उनका निवेश सुरक्षित है और बढ़ रहा है। उसने उन्हें अपनी बेटी सहित किसी भी करीबी रिश्तेदार के साथ इन निवेशों के बारे में चर्चा न करने के लिए भी कहा।
जब खुला धोखाधड़ी का पर्दाफाश
जब राने ने रिटर्न के बारे में पूछताछ शुरू की और उन्हें महिला से मिले धोखाधड़ी के चेक बाउंस हुए, तो वह कलचौकी पुलिस स्टेशन में शिकायत करने गए।
पीड़ित की दशा
पीड़ित व्यक्ति ने कथित तौर पर अपनी सारी बचत और सेवानिवृत्ति की राशि महिला को दे दी और अब उनके पास केवल 30,000 रुपये की पेंशन का पैसा बचा है, जो उन्हें हर महीने जीविका के लिए मिलता है। यह घटना वरिष्ठ नागरिकों और विकलांग व्यक्तियों की वित्तीय धोखाधड़ी के प्रति संवेदनशीलता को उजागर करती है। यह हमें अनचाही निवेश योजनाओं, विशेष रूप से उच्च रिटर्न का वादा करने वालों से सावधान रहने की सख्त याद दिलाता है। किसी भी निवेश योजना की वैधता को सत्यापित करना और अज्ञात व्यक्तियों के साथ व्यक्तिगत वित्तीय जानकारी साझा करने से बचना महत्वपूर्ण है।