Nagpur Engineering Dropout Son Murders Parents: एक 21 वर्षीय युवक ने इंजीनियरिंग की परीक्षा में तीन साल से बार-बार फेल होने के बाद गुस्से में अपने माता-पिता की बेरहमी से हत्या कर दी। शव पांच दिन तक घर के बिस्तर के नीचे छिपे रहे, और सड़ने के बाद उनके घर से बदबू फैलने लगी, जिससे पड़ोसियों को इस वीभत्स घटना का पता चला। यह घटना महाराष्ट्र के नागपुर के काम्पटी रोड पर स्थित एक आवास की है, जहां 21 वर्षीय उत्कर्ष डाकोले ने अपने माता-पिता की हत्या की। पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया है।
नागपुर में इंजीनियरिंग फेल बेटे ने माता-पिता की हत्या की, पांच दिन बाद खुली सच्चाई
पढ़ाई में असफल रहने के कारण उत्कर्ष को लगातार माता-पिता द्वारा पढ़ाई में बदलाव करने के लिए दबाव डाला जा रहा था। वे चाहते थे कि वह आईटीआई में दाखिला ले या फिर परिवार की खेती संभाले। लेकिन जब परीक्षा में लगातार असफल होने के बाद 25 दिसंबर को उसके पिता ने उसे थप्पड़ मारा, तो 26 दिसंबर को उत्कर्ष ने अपनी मां अरुणा की हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने कुछ देर तक शव को देखा और फिर अपने पिता की भी हत्या कर दी। इस क्रूर घटना को छिपाने के लिए उसने झूठी कहानी बनाई और बहन को बताया कि माता-पिता बैंगलोर गए हुए हैं।
1 जनवरी को घर से बदबू फैलने लगी, जिससे आसपास के लोग हैरान हो गए। पड़ोसियों ने दरवाजा खोला और अंदर जाकर शवों को देखा। पुलिस ने जांच की और लीलाधर (पिता) के फोन से एक सुसाइड नोट बरामद किया, लेकिन घर के दरवाजे बाहर से बंद थे, जिससे मामला संदिग्ध हो गया। पुलिस ने जांच में पाया कि युवक ने हत्या के बाद अपने पिता का फोन लेकर उसे कहीं और फेंक दिया था।
आखिरकार, पुलिस ने युवक से पूछताछ की और उसने सब कुछ स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि वह पढ़ाई में असफल होने से परेशान था और माता-पिता की लगातार आलोचना से गुस्से में आकर इस जघन्य कृत्य को अंजाम दिया।