Nirmala Sitharaman's statement on death of CA promotes exploitation of employees at the workplace: पिछले दिनों केरल की 26 वर्षीय CA अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की काम के दबाव के चलते हुई मौत की खबर ने पूरे देश में वर्क कल्चर को लेकर कई सवाल खड़े किये। अन्ना की माँ ने पुणे स्थित EY कम्पनी के चयरपर्सन राजीव मेनानी को एक मेल लिखा जो कि बाद में सोशल मीडिया पर वायरल होने के कारण खबर सामने आई। उनकी माँ द्वारा लिखे गये मेल के अनुसार अन्ना की मौत कम्पनी द्वारा दिए गए काम के तनाव के कारण हुई थी। अन्ना कम्पनी में चार महीने पहले ही शामिल हुईं थीं और जुलाई 2024 में उनकी मौत हो गई। इस घटना पर केन्द्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने टिप्पड़ी की, उन्होंने कहा कि काम के तनाव को झेलने में असमर्थ होने के कारण अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मौत हुई। उनकी इस टिप्पड़ी ने लोगों को आहत किया है और कई नेताओं ने उनपर विक्टिम ब्लेमिंग का भी आरोप लगाया है।
CA की मौत पर निर्मला सीतारमण का बयान कार्यस्थल पर कर्मचारियों के शोषण को बढ़ावा देने वाला
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चेन्नई के एक मेडिकल कॉलेज में एक कार्यक्रम के दौरान छात्रों को सम्बोधित करते समय अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल का जिक्र किया उन्होंने कहा, "पछले कई दिनों से एक एक खबर पर जोरों से चर्चा हो रही है। बच्चे अच्छी शिक्षा के लिए कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में जाते हैं अच्छे नम्बरों से पास होते हैं। एक कम्पनी में काम करने वाली महिला जिसने CA की पढ़ाई की थी काम के दबाव को नहीं झेल सकी। हमें 2-3 दिन पहले खबर मिली की दबाव को ना झेल पाने के कारण वह मर गई।
दबाव झेलने के लिए आन्तरिक शक्ति बढ़ाएं
निर्मला सीतारामन ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि, "परिवार को अपने बच्चों को क्या सिखाना चाहिए। कि आप जो भी पढ़ें या जो भी काम करें आपके अन्दर तनाव और दबाव को झेलने की आंतरिक शक्ति होनी चाहिए। इसे केवल ईश्वर के द्वारा ही प्राप्त किया जा सकता है। ईश्वर पर विश्वास करें और आन्तरिक शक्ति की ख़ोज करें और सही अनुशासन सीखें। आंतरिक शक्ति केवल आत्मशक्ति से ही प्राप्त की जा सकती है।
विपक्षी नेताओं ने जताई नाराजगी
निर्मला सीतारामण के बयान से सोशल मीडिया पर बवाल मच गया। लोगों ने उनके बयान को असंवेदशील बताया और कार्यस्थल पर कर्मचारियों के शोषण को बढ़ावा देने वाला कहा। इस बयान के बाद कई विपक्षी दलों के नेताओं ने भी निर्मला सीतारामण पर निशाना साधा। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने अपने X अकाउंट पर लिखा वित्त मंत्री को युवाओं का दर्द नही नज़र आता है उन्हें सिर्फ उद्योग पतियों का दर्द दिखाई देता है।
The ruling regime and the Finance Minister can only see the pain of corporate giants like Adani and Ambani, not the pain of the hardworking and toiling young generation where freshers like Anna are exploited by the greedy corporate system, if they even succeed in getting a job in… https://t.co/4u7VWRc6lY
— K C Venugopal (@kcvenugopalmp) September 22, 2024
प्रियंका चतुर्वेदी ने साधा निशाना
वित्त मंत्री के ब्यान को लेकर शिवसेना की सांसद प्रियंका चतुर्देवी ने भी अपना गुस्सा जाहिर किया उन्होंने अपने X अकाउंट पर निर्मला सीतारमण जी, अन्ना के पास चार्टर्ड अकाउंटेंसी की डिग्री हासिल करने के दौरान आने वाले तनाव को संभालने की आंतरिक शक्ति थी। यह टॉक्सिक वर्क कल्चर, लंबे समय तक काम करने के घंटे थे जिसने उसकी जिंदगी छीन ली, जिस पर ध्यान देने की जरूरत है। विक्टिम शेमिंग बंद करें और कम से कम थोड़ा संवेदनशील बनने की कोशिश करें, मुझे यकीन है कि अगर आप तलाश करेंगे तो भगवान आपका मार्गदर्शन करेंगे।
Dear Nirmala Sitaraman ji,
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) September 23, 2024
Anna had inner strength to handle the stress that came with pursuing a gruelling Chartered Accountancy degree. It was the toxic work culture, long work hours that took away her life which needs to be addressed. Stop victim shaming and atleast try to be… pic.twitter.com/HP9vMrX3qR
बयान पर नाराजगी के बाद वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण का ट्वीट
बयान सामने आने के बाद लोगो द्वारा विरोध किये जाने और प्रियंका चतुर्वेदी के ट्वीट का जवाब देते हुए निर्मला सीतारामण ने लिखा कि उनका बयान अन्ना के सन्दर्भ में नहीं था। उन्होंने लिखा कि उनका बयान चेन्नई के विश्वविद्यालय में बनाए गए मेडिटेशन सेंटर और पूजा घर को लेकर था जो शिक्षकों और छात्रों के लिए बनाया गया था।
Dear @priyankac19,
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) September 23, 2024
Had referred to this matter in a talk delivered in Tamil at a deemed University on the outskirts of Chennai.
Had specifically mentioned that after clearing a demanding and rigorous examination such as CA, the stress on her was unbearable. No names were taken,…
लेकिन उनके उस बयान को अन्ना के विषय में ही माना जा रहा है और लोगों का मानना है कि वित्त मंत्री का यह बयान कार्यस्थल पर युवाओं के शोषण को बढ़ावा देने वाला है।