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मोनिका खन्ना ने फ्लाइट में यात्रा कर रहे पूरे 185 यात्रियों की जान बचा ली। जो स्पाइसजेट बोईंग 737 फ्लाइट पटना से दिल्ली आने के लिए रवाना हुई थी, मोनिका खन्ना उसकी पायलट है। पटना से टेक ऑफ करते ही प्लेन की इंजन ने आग पकड़ ली। इस वजह से मोनिका खन्ना को इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। उन्होंने इमरजेंसी लैंडिंग को सफलतापूर्वक करके 185 लोगों को आग की चपेट में आने से बचा लिया।
उन्होंने पटना एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंडिंग की। सभी पैसेंजर्स भी बिल्कुल सुरक्षित वापस पहुंच गए।
ओवर वेट लैंडिंग
कैप्टन खन्ना को एक ओवरवेट इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। ओवरवेट लैंडिंग तब होती है जब प्लेन में बहुत ही ज्यादा वजन हो। इतने वजन के साथ इमरजेंसी लैंडिंग करना बहुत ही मुश्किल काम होता है। यह लैंडिंग अक्सर जिस एयरपोर्ट से टेकऑफ किया जाता है उसी पर वापस लैंड करने के लिए की जाती है। और कैप्टन खन्ना ने भी ऐसा ही किया।
मोनिका खन्ना कौन है?
कैप्टन मोनिका खन्ना बहुत ही पढ़ी-लिखी और काबिल पायलट हैं। वह इंडियन एयरलाइंस स्पाइसजेट लिमिटेड में पायलट के तौर पर काम करती हैं। उन्होंने यह सर्विस 2018 में ज्वाइन की और दिल्ली - पटना स्पाइसजेट बोईंग 737 की कमान संभाली।
क्यों हैं सुर्खियों में?
मोनिका खन्ना अपनी सोचने की क्षमता और कौशल के कारण सुर्खियों में आ चुकी है। इतनी कठिन परिस्थिति में भी शांत दिमाग से सोच कर इमरजेंसी लैंडिंग करने के लिए लोगों की प्रशंसा कर रहे हैं। सोशल मीडिया यूजर्स और एयरलाइन प्रस्तुतकर्ताओं ने अपने पैसेंजर्स की जान बचाने के लिए उनकी बहुत प्रशंसा की है।
जयप्रकाश नारायण पटना एयरपोर्ट के डायरेक्टर आंचल प्रकाश ने बताया प्लेन के साथ क्या गड़बड़ हुई। उन्होंने कहा कि स्पाइसजेट का लेफ्ट इंजन डैमेज हो गया था और पक्षियों के हिट करने की वजह से उसने आग पकड़ ली।
प्रकाश ने खन्ना और उनके पहले ऑफिसर बलप्रीत सिंह भाटिया की उनकी सेंसिबल और इस कठिन स्थिति में भी शांत रहने के लिए सराहना की।
फ्लाइट ऑपरेशन के स्पाइसजेट चीफ गुरुचरण अरोड़ा ने कहा कि खन्ना और भाटिया ने बहुत ही शांत दिमाग से सोच समझकर प्लेन को संभाला और इमरजेंसी लैंडिंग करके सभी पैसेंजर्स की जान बचाई।
उन्होंने बताया कि जब प्लेन ने लैंड किया तब उसका एक ही इंजन काम कर रहा था। पक्षियों के हिट करने की वजह से प्लेन के तीन ब्लेड और एक इंजन पूरी तरह से डैमेज हो चुके थे।
पायलट मोनिका खन्ना और उनकी फर्स्ट ऑफिसर बलप्रीत सिंह भाटिया ने डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन के द्वारा की गई जांच पड़ताल में पूरी भागीदारी ली। खाना और भाटिया दोनों को कुछ दिन तक किसी भी फ्लाइट ऑपरेशन के लिए नहीं भेजा जाएगा। इस तरह के पायलट होना हमारे देश के लिए गर्व की बात हैं।