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प्रधानमंत्री भारत की दुनिया मे क्या स्थिति है और आत्म निर्भरता की कितनी ज़रूरत है ये बताते हुए देशवासियों से बात कर रहे थे।
- बहुत सारे परिवारों ने अपने प्रियजन खोये हैं। एक वायरस ने पूरी दुनिया हिला के रख दी है।
- हमने आज से पहले कभी भी ऐसा महासंकट नही देखा है पर हम अपनी लड़ाई अधूरी नहीं छोड़ सकते।
- ये हमारा सपना और ज़िम्मेदारी है कि हम 21स्वी सदी भारत के नाम करे। ये करने के लिए एक ही तरीका है वो है आत्म निर्भर भारत।
- हमें कोविड 19 के खिलाफ अपनी प्रतिज्ञा को और मजबूत बनाना होगा। हारना हमारे विकल्पों में नही है।
- हम बहुत सालों से सुन रहे हैं कि 21स्वी सदी भारत की है। पर आज उसे कहावत को साबित करके दिखाना है, ये हमारा सपना भी है और होना भी चाहिए। और उसका सिर्फ एक तरीका है - आत्म निर्भर भारत।
उन्होंने आगे अपनी बात जारी रखी उन्होंने कहा कि भारत ने क्रिटिकल प्रोडक्शन बढ़ा कर कोविड 19 से जंग में आना रुतबा दिखाया है। पर उन्होंने ये भी कहा कि ये संकट 'अभूतपूर्व' है।
- हम 200000 पी पी ई किट्स और एन 95 मास्क्स का हर रोज़ प्रोडक्शन कर रहे हैं।
- हमारी बनाई हुई दवाइयां दुनिया भर में यूज़ हो रही हैं। इसको ध्यान में रखते हुए भारत एक मज़बूत फार्मा प्रोड्यूसर बनने की काबिलियत रखता है।
"हमें आत्म निर्भर होना ही होगा। अब भारत पहले जैसा नही रहा। भारत अभूतपूर्व विकास कर रहा है। अब भारत की स्थिति दुनिया मे मज़बूत है।" पी.एम ने अपनी स्पीच में कहा।
- भारत की संस्कृति आत्म निर्भरता है और हमारी भावना वसुधैव कुटुम्बकम की है। हमारे भारत के अच्छे कर्मों का असर दुनिया भर में दिखता है और उससे दुनिया पर असर भी होता है।
- भारत की दवाइयां एक आशा की किरण है जो कि दुनियाभर में जा रही है। अब दुनिया को पता चल चुका है कि भारत के पास उनको योगदान देने के लिए बहुत कुछ है।
- हमारे पास सबसे अच्छी प्रतिभा है जिससे हम सबसे अच्छे प्रोडक्ट्स बना सकते हैं और उन प्रोडक्ट्स की क्वालिटी को बेहतर कर सकते हैं। हम सप्लाई चेन को भी मोडरनाइज़ करने का काम भी बखूबी कर सकते हैं।
- उन्होंने लॉक डाउन बढ़ाने के बारे में सोच विचार कर थोड़े अलग तरीके से चौथे पड़ाव पर जाने की बात की।
- इस लॉक डाउन की जानकारी वो 18 मई से पहले हम सब तक पहुचाएंगे।
- उन्होंने 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज भी प्लान किया है।