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जानिए कैसे कठिनाइयों को मात देकर प्रवीन कुमार ने जीता पैरालिंपिक गोल्ड

प्रवीन कुमार ने 2024 पैरिस पैरालिंपिक्स में 2.08 मीटर की रिकॉर्ड तोड़ छलांग लगाकर गोल्ड मेडल जीता। उनकी कठिनाइयों और चोटों से उबरने की प्रेरणादायक कहानी पढ़ें।

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Vaishali Garg
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Praveen Kumar Wins Paralympic Gold In High Jump

Image Credit: Getty images

How Praveen Kumar Overcame Adversity to Win Paralympic Gold in High Jump: 2024 पैरिस पैरालिंपिक्स में प्रवीन कुमार ने अपनी अद्वितीय प्रदर्शन से सुर्खियां बटोरीं। उत्तर प्रदेश के नोएडा से आने वाले 21 वर्षीय हाई जम्पर ने पुरुषों की हाई जम्प T64 इवेंट में न केवल गोल्ड मेडल जीता, बल्कि 2.08 मीटर की छलांग लगाकर नया पैरालिंपिक रिकॉर्ड भी बनाया। लेकिन उनका सफर आसान नहीं था, यह चुनौतियों और अटूट संकल्प से भरा रहा।

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जानिए कैसे कठिनाइयों को मात देकर प्रवीन कुमार ने जीता पैरालिंपिक गोल्ड

गंभीर चोट से उबरने की कहानी

पैरालिंपिक्स के सिर्फ तीन महीने पहले, प्रवीन को वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दौरान ग्रोइन में चोट लगी। इस चोट ने उन्हें अपने शीर्ष प्रदर्शन से रोक दिया और उन्हें चैंपियनशिप में तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। हालांकि पैरालिंपिक्स के लिए उनका स्थान सुरक्षित था, चोट के कारण वे अपने भविष्य के प्रदर्शन को लेकर असमंजस में थे। लेकिन कोच सत्यपाल सिंह और सकारात्मक मानसिकता के साथ, उन्होंने चोट से उबरने के लिए कठिन यात्रा शुरू की।

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रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन

फाइनल के दिन, प्रवीन कुमार ने 2.08 मीटर की छलांग लगाकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। यह न केवल उनके लिए एक व्यक्तिगत उपलब्धि थी, बल्कि भारत के लिए ऐतिहासिक क्षण था, क्योंकि इस जीत ने देश को एक ही संस्करण में 6 गोल्ड मेडल तक पहुंचाया। प्रवीण ने अपनी सफलता का श्रेय अपने कोच, प्रायोजकों और फिजियोथेरेपिस्ट को दिया, जिन्होंने उनकी रिकवरी और तैयारी में अहम भूमिका निभाई।

प्रवीन कुमार का प्रारंभिक जीवन

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15 मई, 2003 को उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले के गोविंदगढ़ गांव में जन्मे प्रवीण कुमार का जन्म एक शारीरिक विकार के साथ हुआ, जिससे उनका एक पैर छोटा था। लेकिन इस चुनौती के बावजूद, प्रवीण को बचपन से खेलों में रुचि थी। प्रारंभ में वे वॉलीबॉल खेलते थे, लेकिन बाद में उनके कोच डॉ. सत्यपाल सिंह के मार्गदर्शन में उन्होंने हाई जम्प को अपनाया और यही उनके जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ।

चमकते करियर की झलक

प्रवीण कुमार के करियर में कई शानदार उपलब्धियां शामिल हैं। उन्होंने 2020 टोक्यो पैरालिंपिक्स में पुरुषों की हाई जम्प T64 कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता और 2.07 मीटर की छलांग लगाई। इसके अलावा, 2022 एशियन पैरा गेम्स में उन्होंने 2.05 मीटर की छलांग लगाकर एशियन रिकॉर्ड बनाया और 2023 वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया।

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भविष्य की ओर

प्रवीन कुमार की कहानी दृढ़ता, कड़ी मेहनत और अटूट आत्मा की मिसाल है। वे लगातार अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए मेहनत कर रहे हैं और अब 2.10 मीटर का मार्क तोड़ने की तैयारी में जुटे हैं। उनके इस अद्वितीय सफर ने साबित कर दिया है कि जो सपने देखता है और उन्हें पूरा करने के लिए अडिग रहता है, वह दुनिया के किसी भी मंच पर चमक सकता है।

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