IAS Officer Radha Raturi Makes History as Uttarakhand's First Woman Chief Secretary: भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की 1988 बैच की मृदुभाषी लेकिन दृढ़निश्चयी अधिकारी राधा रतूड़ी ने न केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि हासिल की है, बल्कि उत्तराखंड के इतिहास में भी अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज करा लिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा उनकी नियुक्ति के साथ, रतूड़ी राज्य की पहली महिला मुख्य सचिव बनने जा रही हैं। यह क्षण न केवल रतूड़ी के लिए बल्कि पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय है और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उत्तराखंड की पहली महिला मुख्य सचिव बनीं राधा रतूड़ी
अनुभवी प्रशासनिक अधिकारी
राधा रतूड़ी उत्तराखंड की पहली महिला मुख्य सचिव होने का गौरव प्राप्त करेंगी। नवंबर 2000 में राज्य के गठन के बाद से अब तक इस शीर्ष पद पर कोई महिला अधिकारी नहीं पहुंच पाई थीं। उनके पास एक लंबा और अनुभवी प्रशासनिक करियर रहा है, जिसमें उन्होंने कई महत्वपूर्ण पद संभाले हैं। वर्तमान में वह उत्तराखंड की अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं।
विभिन्न पदों पर योगदान
अपने करियर के दौरान, रतूड़ी ने विभिन्न जिलों में जिलाधिकारी के रूप में कार्य किया है, साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास और पर्यटन जैसे विभागों में भी काम किया है। वह राज्य के गृह विभाग में भी तैनात रह चुकी हैं। उनके काम को हमेशा ईमानदारी और दक्षता के लिए सराहा गया है।
महिला सशक्तिकरण की मिसाल
राधा रतूड़ी की नियुक्ति को महिला सशक्तिकरण की एक महत्वपूर्ण जीत के रूप में देखा जा रहा है। यह उत्तराखंड में महिलाओं के लिए एक प्रेरणा का काम करेगा और उन्हें यह विश्वास दिलाएगा कि वे किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकती हैं।
राधा रतूड़ी की मुख्य सचिव के रूप में नियुक्ति उत्तराखंड के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण है। उनके अनुभव और कौशल से राज्य को निश्चित रूप से लाभ होगा। हम उन्हें उनके नए पद पर शुभकामनाएं देते हैं।