Raj Rani Group: किसी देश की सांस्कृतिक विरासत ही उसकी पहचान है। देश की संस्कृति को बढ़ावा देना देश सेवा के समान ही है। आज भारत सरकार देश की संस्कृति को बहुत बढ़ावा दे रही है। देश ही नहीं विश्व में भी भारत की संस्कृति अब पहचाने जानी लगी है। ओडीओपी जैसी योजनाएं सांस्कृतिक विरासत को संभालना ही है। सरकार ही नहीं लोग भी देश की संस्कृति को बढ़ाने के लिए आगे आ रहे हैं।
ऐसे ही सामने आ रही है हरियाणा की राज रानी की खबर। हरियाणा के हिसार से संबंध रखने वाली राजा रानी हरियाणा और उसके आसपास के लोगों को हरियाणवी और पंजाबी संस्कृति के प्रति डांस और अन्य कला सिखा रही हैं। वे समुदाय को हरियाणवी और पंजाबी संस्कृति से जोड़े रखने में सफल प्रयास कर रही हैं। राज रानी का ग्रुप देशभर में डांस और संगीत के जरिए देश की संस्कृति को बढ़ावा दे रहा है।
देश-विदेश में देते हैं परफॉर्मेंस
सराहनीय बात ये है कि राज रानी का ग्रुप बिना फूहड़ता के पंजाब और हरियाणा के कल्चर को आगे बढ़ा रहा है। ग्रुप की विश्वसनीयता और शालीनता को देखते हुए बड़े-बड़े प्रोग्राम में इस ग्रुप को आमंत्रित किया जाता है। इससे न केवल देश की संस्कृति को बढ़ावा मिल रहा है बल्कि महिलाओं को भी कुछ नया करने का मौका मिल रहा है।
क्या विशेषता है ग्रुप की
ग्रुप में किसी तरह की उम्र से जुड़ी बाध्यता नहीं है। अलग-अलग उम्र के लोग ग्रुप में शामिल हो कलाओं को सीखते हैं। इसमें लड़कियां, बुजुर्ग महिलाएं और क्षेत्र के लड़के भी शामिल है। ग्रुप की प्रमुख राज रानी हैं जिनकी उम्र 67 साल की है। हिसार की राज रानी संगीत की अध्यापिका हैं। इन्होंने बहुत से बच्चों और लोगों को संगीत और कला के कौशल से नवाजा है। आज राज रानी के शिष्य देशभर में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं।
ग्रुप में 17 से 70 वर्ष के शिष्य या कलाकार शामिल हैं। ये कलाकार खुद अन्य क्षेत्रों से भी जुड़े हैं। ग्रुप में कोई नौकरीपेशा है तो कोई स्टूडेंट, कोई हाउस वाइफ है तो कोई किसी अन्य क्षेत्र में। इस तरह ये ग्रुप अपने निजी कामों के साथ-साथ देश की संस्कृति को भी बढ़ावा दे रहा है।
पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम से हैं सम्मानित
ग्रुप की प्रमुख राज रानी को स्वर्गीय पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम से सम्मानित भी किया जा चुका है। ग्रुप प्रमुख राज रानी को पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित किया था। ये उनको उनकी कला से जुड़े सराहनीय योगदानों के लिए मिला था।
राज रानी के इस कला क्षेत्र से जुडे़ प्रयास से देश के साथ-साथ लोगों के टेलेंट का भी विकास हो रहा है। देश की संस्कृति और विरासत सुरक्षित हो रही है।