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टैक कंपनी की CEO की वर्ली के पास जॉगिंग के दौरान दुर्घटना में मौत

न्यूज़: यह घटना रविवार सुबह करीब 6.30 बजे की है जब दादर निवासी राजलक्ष्मी जॉगिंग के लिए निकली थी। ताड़देव इलाके में रहने वाला 23 वर्षीय सुमेर मर्चेंट अपने दोस्तों को छोड़ने दादर की ओर जा रहा था। जानें अधिक इस ब्लॉग में-

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Vaishali Garg
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जॉगिंग के दौरान दुर्घटना में मौत

जॉगिंग के दौरान दुर्घटना में मौत

एक टैक फर्म की CEO और दौड़ने की शौकीन राजलक्ष्मी रामकृष्णन रविवार को एक तेज रफ्तार एसयूवी की चपेट में आ गईं, जब वह वर्ली सी फेस के पास जॉगिंग के लिए निकली थीं। 58 वर्षीय राजलक्ष्मी जिन्हें उनके दोस्त प्यार से राजी कहते थे, ने हाल ही में टाटा मुंबई मैराथन पूरी की थी। आपको बता दें की सफेद रंग की टाटा नेक्सन एसयूवी चला रहे आरोपी सुमेर मर्चेंट को गिरफ्तार कर लिया गया है और सोमवार को यानी आज अदालत में पेश किया जाएगा।

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घटना रविवार सुबह करीब 6.30 बजे की है जब दादर निवासी राजलक्ष्मी जॉगिंग के लिए निकली थी। ताड़देव इलाके में रहने वाला 23 वर्षीय सुमेर मर्चेंट अपने दोस्तों को छोड़ने दादर की ओर जा रहा था। आपको बता दें की शनिवार की रात मर्चेंट की पार्टी में शामिल होने वाली दो महिला सहयोगियों सहित तीन अन्य वाहन में थे।

टैक कंपनी की CEO राजलक्ष्मी रामकृष्णन की हत्या

बता दें की डीसीपी अकबर पठान ने कहा कि जाहिर तौर पर आरोपी बहुत तेज गति से गाड़ी चला रहा था और कार से नियंत्रण खो बैठा। कार को कथित तौर पर 120 किमी/घंटे की गति से चलाया गया था। SUV वर्ली पारसी डेयरी के पास एक डिवाइडर से टकरा गई थी और राजलक्ष्मी को पीछे से टक्कर मार दी थी। वह करीब 20 फीट दूर जा गिरी। राजलक्ष्मी जमीन पर मुंह के बल गिरी, जिससे उसके सिर में घातक चोटें आईं, जिससे उसकी तत्काल मौत हो गई।

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आपको बता दें की आसपास के लोगों ने राजलक्ष्मी को नायर अस्पताल पहुंचाया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। बाद में CEO के शव को पोस्टमार्टम के लिए पोद्दार अस्पताल भेज दिया गया। स्थानीय लोगों ने सुमेर मर्चेंट को पकड़ लिया, जो दुर्घटना में घायल हो गया था और उसे वर्ली पुलिस को सौंप दिया।

IPC की धारा 304 (हत्या की श्रेणी में नहीं आने वाली गैर इरादतन हत्या) और मोटर वाहन अधिनियम की धारा 184 (खतरनाक गति से वाहन चलाना) के तहत FIR दर्ज की गई थी। आरोपी को सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। जो वाहन पूरी तरह से जर्जर अवस्था में था, उसे निरीक्षण के लिए क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय भेजा गया है।

बता दें की डीसीपी पठान ने यह भी कहा कि यह पता लगाने के लिए आरोपी के ब्लड सैंपल लिए गए हैं कि कहीं वह गाड़ी चलाते समय शराब के नशे में तो नहीं था। राजलक्ष्मी पिछले 17 सालों से नियमित रूप से जॉगिंग कर रही थीं  घटना के वक्त वह अपने एक दोस्त के साथ भाग रही थी। सुमेर मर्चेंट ने पुलिस को बताया था की वह एक बॉलीवुड कंपनी के लिए काम करता था, जो टैलेंट हंटिंग में शामिल थी।

SUV जॉगिंग
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