नीतू कपूर मीडिया से बात करते हुए बोली हैं कि कैसे इन्होंने इस मुश्किल वक़्त में खुद को संभाला है। अपने करीबी को खोना बहुत दुखदायी होता है खास कर किसी ऐसे को जिसके साथ आपने अपनी पूरी ज़िन्दगी बितायी हो।
2020 में ऋषि कपूर जी की अचानक डेथ हो गयी थी। उस वक़्त नीतू काफी परेशान थी और इन्होंने खुद को ठीक करने के लिए एक साइकेट्रिस्ट की मदद भी ली थी। ऋषि कपूर की मौत के बाद के 6 महीने इनके लिए सबसे ज्यादा मुष्किल थे। इस दौरान नीतू लगातार डिप्रेशन से जूझ रही थीं।
मेन्टल हेल्थ आज भी एक समाज में वर्जित विषय है जिसके बारे में लोग खुलकर बात नहीं करते हैं। लेकिन आजकल कई एक्टर्स और पब्लिक फिगर्स इस बारे में सामने आकर बात कर रहे हैं। इससे न सिर्फ इनको बल्कि एक आम आदमी को भी बहुत मदद मिलती है।
नीतू कपूर ने कहा कि जब यह खुदको डॉक्टर के पास दिखाने गयी तब डॉक्टर्स ने उनको वही काम करने को कहा जो वो जानती हैं कि उन्हें करना चाहिए। इसके बाद इन्होंने मन में सोचा कि मैं ये सब क्यों नहीं कर रही हूँ और फिर करने का ठाना। इन्होंने फिर ऋषि जी को मिस करना, लौ फील करना और डिप्रेशन को एक्सेप्ट करके खुद को स्ट्रांग बनाया।
फ़िलहाल नीतू कपूर रियलिटी शो डांस दीवाने को जज कर रही हैं। इसके अलावा यह करण जौहर की अगली फिल्म जग जग जियो में कियारा अडवाणी के साथ नज़र आने वाली हैं। फिल्म में नीतू जी अनिल कपूर के अपोजिट में कास्ट की गयी हैं। फिल्म में एक ऐसे यंग कपल की कहानी बताई गयी है जो कि शादी के हनीमून के बाद एक दूसरे से परेशान हो जाते हैं और तलाक लेना चाहते हैं। इसके साथ साथ ही अनिल कपूर को भी किसी और से प्यार हो जाता है और यह अपनी बीवी को तलाक दे देना चाहते हैं।
नीतू कपूर ने जब अपनी मेन्टल हेल्थ की न्यूज़ स्टोरी शेयर की उससे हमें यह भी समझ आया कि कभी कभी मेन्टल सपोर्ट लेना बुरा नहीं होता है। इस में कोई बुराई नहीं होती है। जैसे हमारी फिजिकल हेल्थ ख़राब होने पर हम डॉक्टर के पास भागते हैं ऐसे ही हमें मेन्टल हेल्थ पर भी इलाज कराना चाहिए।