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रेनॉल्ट इंडिया ने मैरी कॉम का सम्मान इन्हें इंडिया में बनी कार गिफ्ट करके किया। मैरी कॉम 6 बार वर्ल्ड चैंपियन बॉक्सर रह चुकी हैं और टोक्यो ओलिंपिक 2020 में भी यह आखिरी तक लड़ीं। यह काइगर कार की प्राइस 5 से 10 लाख के बीच पड़ती है। वेंकात्रम मम्मीपल्ले रेनॉल्ट के कंट्री CEO और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं इन्होंने मैरी कॉम को इस कार की चाबियां दीं। रेनॉल्ट ने यही कार अन्य जीते हुए खिलाडियों को भी दी थी जैसे कि रवि कुमार दहिया, मीराबाई चानु और बजरंग पुनिआ।
यह कार देकर रेनॉल्ट ने इन एथलिट का सम्मान किया है और इनकी सराहना की है टोक्यो ओलिंपिक 2020 में अच्छे परफॉरमेंस के लिए। यह काइगर कार इंडिया में ही डिज़ाइन और डेवलप की गयी है। मैरीकॉम पहला राउंड 1-4 से हार गई थी। इसके बाद उन्होंने दूसरे राउंड में जबर्दस्त वापसी करते हुए इंग्रिट को 3-2 से हराया। आखिरी राउंड में मैरीकॉम हार गई। महिलाओं के 51 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करने वाली कॉम ने टोक्यो में जीत हासिल करने की पूरी कोशिश की, हालांकि मेहनत रंग न ला सकी। कॉम ओलम्पिक में मैडल जीतने के लिए भारत की सबसे बड़ी उम्मीदों में से एक थी। टोक्यो ओलंपिक के प्री-क्वार्टर में प्रारंभिक दौर 16: एमसी मैरी कॉम कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया से 3-2 से हार गईं।
आपको बता दे की भारतीय बॉक्सर, मैरी कॉम और भारत की पुरुष राष्ट्रीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह भारतीय दल के टोक्यो ओलंपिक में ध्वजवाहक (flag bearers) भी थे।
एशियाई क्वालीफायर के सेमीफाइनल में फिलीपींस के आयरिश मैग्नो पर विजयी जीत के बाद बॉक्सर ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था। मणिपुर में जन्मी कॉम दक्षिण कोरिया में 2014 में एशियाई खेलों में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय महिला बॉक्सर हैं। वह 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय महिला बॉक्सर भी हैं। छह बार की विश्व चैंपियन और 2012 के ओलंपिक में ब्रोंज मेडलिस्ट विजेता भी है।
Renault Gifts Kiger Car to Mary Kom
यह कार देकर रेनॉल्ट ने इन एथलिट का सम्मान किया है और इनकी सराहना की है टोक्यो ओलिंपिक 2020 में अच्छे परफॉरमेंस के लिए। यह काइगर कार इंडिया में ही डिज़ाइन और डेवलप की गयी है। मैरीकॉम पहला राउंड 1-4 से हार गई थी। इसके बाद उन्होंने दूसरे राउंड में जबर्दस्त वापसी करते हुए इंग्रिट को 3-2 से हराया। आखिरी राउंड में मैरीकॉम हार गई। महिलाओं के 51 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करने वाली कॉम ने टोक्यो में जीत हासिल करने की पूरी कोशिश की, हालांकि मेहनत रंग न ला सकी। कॉम ओलम्पिक में मैडल जीतने के लिए भारत की सबसे बड़ी उम्मीदों में से एक थी। टोक्यो ओलंपिक के प्री-क्वार्टर में प्रारंभिक दौर 16: एमसी मैरी कॉम कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया से 3-2 से हार गईं।
आपको बता दे की भारतीय बॉक्सर, मैरी कॉम और भारत की पुरुष राष्ट्रीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह भारतीय दल के टोक्यो ओलंपिक में ध्वजवाहक (flag bearers) भी थे।
एशियाई क्वालीफायर के सेमीफाइनल में फिलीपींस के आयरिश मैग्नो पर विजयी जीत के बाद बॉक्सर ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था। मणिपुर में जन्मी कॉम दक्षिण कोरिया में 2014 में एशियाई खेलों में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय महिला बॉक्सर हैं। वह 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय महिला बॉक्सर भी हैं। छह बार की विश्व चैंपियन और 2012 के ओलंपिक में ब्रोंज मेडलिस्ट विजेता भी है।