Sexual Harrasment Case: सेक्सुअल हरासमेंट के केस में पंजाब पुलिस ने चंडीगढ़ के खेल मंत्री के ऊपर मामला दर्ज किया। जूनियर एथलेटिक्स कोच को हरास करने की कोशिश की चंडीगढ़ (Chandigarh) के खेल मंत्री ने। भारतीय राष्ट्रीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान ने आरोपों का खंडन किया उन्हें निराधार बताया और उन्हें राजनीति से प्रेरित कहा।
एक महिला जूनियर कोच ने संदीप सिंह के खिलाफ सेक्सुअल हरासमेंट का मामला दर्ज कराया है, शिकायत दर्ज कराने के ठीक 1 दिन बाद चंडीगढ़ पुलिस ने उनका पीछा करने, अवैध रूप से बंधक बनाने, यौन उत्पीड़न और अपराधिक धमकी देने का मामला दर्ज किया।
संदीप सिंह ने अपना खेल विभाग मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को सौंप दिया हालांकि, उन्होंने मंत्रिमंडल से अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है।
Sandeep Singh Booked For Sexual Harassment
जूनियर कोच ने शुक्रवार 30 दिसंबर 2022 को संदीप के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज की। उसने शिकायत पुलिस अधीक्षक को सौंपी।
शिकायतकर्ता ने एसपी अरोड़ा के साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनीष चौधरी से भी मुलाकात की। खबरों के मुताबिक़ शिकायतकर्ता ने दोनों अधिकारियों के साथ काम से कम 1 घंटे तक बातचीत की है।
एक पुलिस को पर्सन ने कहा कि संदीप पर भारतीय दंड संहिता की धारा 375 (महिला का शील भंग करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल का प्रयोग) धारा 354ए (यौन उत्पीड़न) धारा 354बी (उसे नग्र होने के लिए मजबूर करना) और धारा 342 (गलत कारावास और धारा) 506 (अपराधिक धमकी) तहत मामले को दर्ज किया।
महिला जूनियर कोच का आरोप है कि संदीप ने पहले उसे जिम में देखा और फिर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर उससे संपर्क किया। महिला ने आरोप लगाया है कि संदीप ने उसे बताया कि उसका राष्ट्रीय खेल प्रमाण पत्र लंबित है और वह इस संबंध में उससे मिलना चाहते हैं।
शिकायतकर्ता की शिकायत के अनुसार वह अपने पास मौजूद अन्य दस्तावेजों के साथ संदीप से उनके निवास से कैंप कार्यालय से मिलने के लिए तैयार हो गई, उसने आरोप लगाया कि जब वह आ गई तो मंत्री ने उसके साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया, "उन्होंने मेरी टीशर्ट तक फाड़ दी मैं रो रही थी और मैंने मदद के लिए शोर मचाया हालांकि, उनका पूरा स्टाफ वहां था, लेकिन किसी ने भी मेरी मदद नहीं की।"
संदीप सिंह ने आरोपों को निराधार बताया और स्वतंत्र जांच की मांग की है। सिंह ने कहा "हम इसकी जांच भी करेंगे क्योंकि मेरी छवि खराब की गई है।"
जूनियर कोच और अंतरराष्ट्रीय स्तर के एथलीट ने कहा "राज्य के खेल विभाग में कई अन्य लोग इस तरह के उत्पीड़न मामला का सामना कर रहे हैं"।