Advertisment

वीमेन ऑफिसर्स को मिली आर्मी में परमनेंट कमीशन

author-image
Swati Bundela
New Update
देश की महिलाओं के लिए एक ख़ुशी का मौका! सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक फैसले में केंद्र सरकार को यह आर्डर दिया है की आर्मी की हर ब्रांच में महिलाओं को परमानेंट कमीशन (पीसी) मिलेगी। यही नहीं
Advertisment
, महिलाएं अब कमांड पोस्टिंग भी कर सकेंगी। 

Advertisment


केंद्र सर्कार का कहना था कि महिलाओं को परमानेंट कमिशन नहीं मिलनी चाहिए। ऐसा इसलिए,
Advertisment
क्योंकि पुरुष व महिलाओं के बीच काफी अंतर है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि ऐसी सोच जेंडर स्टीरियोटाइप को बढ़ावा देती है। 



Advertisment
आइये जानते हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने क्या-क्या कहा:



  1. परमानेंट कमीशन आर्मी में काम कर रहीं सभी महिलाओं के लिए होगा। 


  2. इससे उन्होंने कितने साल काम किया, इसका कुछ लेना-देना नहीं होगा।


  3. कोर्ट का कहना है कि यह काम तीन महीने के अंदर-अंदर हो जाना चाहिए। 


  4. सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा है कि जिस तरह से पुरुष कैंडिडेट्स को चुना जाता है, उसी तरह से महिला कैंडिडेट्स को भी चुना जाएगा। 


Advertisment


ओप्पोसिशन के यह कारण थे:



Advertisment
उनका कहना है की सेना अभी कमांड में महिला ऑफिसरों के लिए मेंटली तैयार नहीं है। यह हमारे समाज की वजह से भी है। उनका मानना है की ध्यान रखना व बच्चों का ख्याल रखना मानों एक चैलेंज है। 

केंद्र सर्कार का कहना था कि महिलाओं को परमानेंट कमिशन नहीं मिलनी चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि पुरुष व महिलाओं के बीच काफी अंतर है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि ऐसी सोच जेंडर स्टीरियोटाइप को बढ़ावा देती है। 

Advertisment


सुप्रीम कोर्ट का कहना है:



"जब महिलाओं पर, उनकी एबिलिटी व उनके अचीवमेंट्स पर कलंक लगते हैं तो यह महिलाओं पर व आर्मी, दोनों के लिए ही शर्मिंदगी की बात है।"



आप जानकार हैरान रह जाएंगे कि 2019 के मुताबिक, आर्मी  में सिर्फ 3.8%  महिलाएं हैं, वहीं भारतीय वायु सेना में 13% और भारतीय नौ सेना में कुल 6% महिलाऐं थीं। आर्मी में करीब 40,000 पुरुषों के साथ केवल 15,000 महिलाएं दे रहीं थीं।
इंस्पिरेशन
Advertisment