इस साल दिवाली के अगले दिन यानी 25 अक्तूबर को सूर्यग्रहण लगने जा रहा है। अमावस्या के दिन पर यह साल का दूसरा और आख़िरी सूर्यग्रहण होगा। इस दिन पर गोवर्धन देवता की पूजा होती हैं लेकिन इस बार इस दिन कोई त्योहार नहीं मनाया जाएगा। इससे पहले दिवाली के अगले दिन सूर्यग्रहण 27 साल पहले लगा था। बता दे यह ग्रहण तुला राशि में लग रहा हैं इसके अलावा यह 4 राशियों के लिए बहुत फ़ायदेमंद रहेगा। यह ग्रहण भारत के अलावा मध्य पूर्व, पश्चिम एशिया आदि स्थानों पर भी दिखाई देगा।
सूर्यग्रहण 2022:
दिवाली के अगले दिन सूर्यग्रहण लगने जा रहा है। इससे पहले यह संयोग 27 साल पहले देखने को मिला था। जानते है कि सूर्यग्रहण क्या होता है?क्या समय होगा और गोवर्धन पूजा कब होगी?
क्या होता है सूर्यग्रहण?
सूर्यग्रहण तब होता है जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है और सूर्य की रोशनी को ढँक लेता है। इस बार यह दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा के दिन लगने जा रहा है।
क्या रहेगा समय
भारतीय स्टैंडर्ड टाइम के अनुसार सूर्यग्रहण क्रांति मालिन्य के साथ दोपहर 4:29 बजे शुरू होगा और शाम सूरज के छपने पर 5:43pm बजे तक होगा। इसके साथ ही सूतक 3:17pm से 5ः43pm तक होगा।
कब होगी गोवर्धन पूजा
हर साल गोवर्धन पूजा दिवाली के अगले दिन होती हैं इस दिन गोवर्धन देवता की पूजा की जाती है। इस बार गोवर्धन पूजा के दिन सूर्यग्रहण लग रहा है। इस दिन किसी भी त्योहार को मनाया नहीं जाएगा इसलिए अब गोवर्धन पूजा 26 अक्तूबर को मनाई जाएगी। गोवर्धन पूजा का शुभ मूर्त 26 अक्तूबर की सुबह 6:36am से 8:55am तक होगा।
पूजा में गाय के गोबर से गोवर्धन देवता की लेटेने की स्थिति में मूर्ति बनाई जाती है। इसके साथ ही धूप,दीप,फल, फूल मिठाई जो भी पूजा की ज़रूरी सामग्री है वे सब भेंट की जाती है। इसके बाद गोबर से बन मूर्ति को घर में ले आया जाता है। ऐसा माना जाता है इसको घर के भोजन क्षेत्र में रखने से धन की कमी नहीं होती है।
किन चीजों का रखे ध्यान
-अगर आप सूर्यग्रहण को देखना चाहते है इसका सबसे सुरक्षित तरीक़ा है की आप या तो फ़िल्टर यूज़ करें जैसे वेल्डिंग ग्लास, सफ़ेद बोर्ड पर दूरबीन का उपयोग करना और ब्लैक पॉलीमर आदि।
-सीधा सूरज की तरफ़ ना देखे नासा की दी हुई सुरक्षा सलाह को इस्तेमाल करें।
-हेड्लाइट चलाकर वाहन चलाए