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आंध्र प्रदेश में शिक्षकों ने 600 लड़कियों को बाढ़ से बचाया

आंध्र प्रदेश के कंतमुक्कलि में बाढ़ के दौरान शिक्षकों ने 600 लड़कियों को सुरक्षित निकालकर एक बड़ी आपदा को टाला। जानिए कैसे उनकी तत्परता ने सबको प्रभावित किया।

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Vaishali Garg
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How Teachers in Andhra Pradesh Saved 600 Girls from Flash Floods

Image Credits: Press Trust Of India

आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में दिनों से भारी बारिश हो रही है, जिससे कई जिलों में अचानक बाढ़ आ गई है। इस बाढ़ से अब तक 33 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। नदियों के उफान और कम ऊँचाई वाले इलाकों में जलभराव ने हजारों लोगों को प्रभावित किया है, जो अब राहत शिविरों में रह रहे हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की 26 टीमें बचाव कार्य में लगी हुई हैं, और मौसम विभाग ने अत्यधिक भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।

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आंध्र प्रदेश में शिक्षकों ने 600 लड़कियों को बाढ़ से बचाया

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स्कूल और कॉलेज बंद

इस भयंकर बाढ़ के कारण आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में स्कूलों, कॉलेजों और कुछ सरकारी दफ्तरों को बंद कर दिया गया है। कई क्षेत्रों में ट्रैक पर जलभराव के कारण 100 से अधिक ट्रेनें रद्द की जा चुकी हैं और कई ट्रेनों को डाइवर्टेड कर दिया गया है।

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स्कूल में आपदा को टाला

31 अगस्त को कंतमुक्कलि के एक आवासीय स्कूल के शिक्षक और प्रबंधन ने शानदार तत्परता का परिचय देते हुए 600 लड़कियों को बाढ़ से सुरक्षित निकाला। सोशल वेलफेयर रेजिडेंशियल गर्ल्स’ स्कूल और जूनियर कॉलेज के छात्रावास में लड़कियां सो रही थीं, जब एक बहता नाला अचानक बाढ़ के रूप में उफन पड़ा। प्रिंसिपल और शिक्षकों ने लड़कियों को ऊँचाई वाले भोजन कक्ष में सुरक्षित पहुंचाया और आपातकालीन सहायता के लिए अधिकारियों को बुलाया।

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स्थानीय सराहना

जिले के ग्रामीण विकास एजेंसी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर श्रीनिवास राव ने कहा कि उन्होंने तुरंत अपने उच्च अधिकारियों को सूचित किया और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और नावों को बचाव के लिए भेजा। स्कूल प्रबंधन की त्वरित कार्रवाई के लिए स्थानीय लोगों ने उनकी सराहना की है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “600 लड़कियों को निकालना एक अत्यंत कठिन कार्य था, लेकिन प्रिंसिपल और शिक्षकों की सूझबूझ के बिना यह एक बड़ी त्रासदी हो सकती थी।"

शिक्षक दिवस का था मौका

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यह घटना 5 सितंबर को सामने आई, जो शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन ने हमें याद दिलाया कि संकट की घड़ी में शिक्षकों की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण होती है।

Andhra Pradesh
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