Viral News: मानव तस्करी और फिर वेश्यावृत्ति में धकेलना सबसे बड़ा अमानवीय अपराध है। ठाणे की एक महिला ने ऐसा ही किया उसने महिलाओं को देह व्यापार में धकेल दिया। देह व्यापार में महिलाओं को धकेलने के आरोप में ठाणे की एक अदालत ने 39 वर्षीय एक महिला को तीन साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है।
Thane Prostitution Case
विशेष न्यायाधीश वी वी वीरकर ने 17 जनवरी को आदेश पारित किया। उन्होंने आरोपी महिला को अनैतिक व्यापार (रोकथाम) अधिनियम के प्रावधानों के तहत उसे दोषी ठहराया और उस पर 2,000 रुपये का जुर्माना लगाया। आपको बता दें की महिला ठाणे जिले के नवी मुंबई कस्बे के तुर्भे इलाके की रहने वाली है। विशेष लोक अभियोजक रेखा हिवराले ने कोर्ट में कहा कि आरोपी ने अपने तुर्भे घर का इस्तेमाल वेश्यावृत्ति के लिए किया और महिलाओं और नाबालिग लड़कियों को इसमें धकेला।मुंबई पुलिस के एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की एक टीम ने 2018 में परिसर में छापा मारा, उन्होंने पाया कि एक महिला को सेक्स वर्क के लिए मजबूर किया जा रहा था। बता दें की महिला को छुड़ा लिया गया और आरोपी महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक एक्यूज्ड के खिलाफ आरोप साबित करने के लिए 12 गवाहों की जांच की गई थी।
जज ने कहा, "अभियोजन पक्ष ने अभियुक्तों के खिलाफ आरोपों को सफलतापूर्वक साबित कर दिया, जिन्हें दोषी ठहराए जाने की आवश्यकता है।" दूसरी महिला आरोपी को संदेह का लाभ दिया गया और कोर्ट ने उसे सभी आरोपों से बरी कर दिया।
इससे पहले सितंबर 2022 में रेशमा नाम की महिला ने एक महिला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसने उसे नौकरी दिलाने के बहाने देह व्यापार में धकेल दिया था। एक अन्य मामले में बिहार की एक महिला को दिल्ली में जबरन देह व्यापार में धकेला गया था। वह अपने पति की मृत्यु के बाद अपने बच्चों की देखभाल करने के लिए नौकरी पाने की उम्मीद में दिल्ली आई थी, उसे वेश्यावृत्ति में धकेल दिया गया और बाद में उसने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
हालांकि, वेश्यालयों में कई महिलाएं हैं, जिन्हें देह व्यापार में धकेल दिया जाता है। इसके बावजूद पुलिस कई बार छापेमारी करती है लेकिन ये महिलाएं छूट जाती हैं। राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (NACO) के मुताबिक, भारत में 8 लाख से अधिक महिला यौनकर्मी हैं, और राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट 2020-21 के मुताबिक, 6000 से अधिक महिला यौनकर्मी शारीरिक हिंसा से गुजरती हैं, लेकिन जबरन वेश्यावृत्ति की संख्या अभी भी अस्पष्ट है।